Tuesday, November 5, 2013

ई-चुनाव

इंटरनेट पर अतिवादी हिंदुओं के वर्चस्व की कितनी अहमियत है? इसे तय करने का एक पैरामीटर यह हो सकता है कि ये लोग किसी छवि या ख्याल को कितना पुष्ट कर सकते हैं. पिछले 40 दिनों से इंडिया टुडे ग्रुप के तमाम चैनलों और वेबसाइट पर चल रहे ई-चुनाव में इनका वर्चस्व साफ नजर आता है.
हमने देश में पहली बार एक ई-चुनाव करवाया. इसमें 5.5 लाख से ज्यादा लोगों ने वोट दिया. यानी देश का सबसे बड़ा सैंपल साइज. फर्जी वोटिंग न हो, इसके लिए एक खास तरीका अपनाया गया.



वोटिंग के इच्छुक लोगों को उनके फोन नंबर पर एक कोड भेजा गया. इससे यह तय हो गया कि एक फोन नंबर से एक ही वोट दिया जा सके. इन वोटरों में से तीन लाख से भी ज्यादा ने बीजेपी को अपनी पसंदीदा पार्टी के तौर पर अलग अलग राज्यों में चुना.

देश के सबसे बड़े और दिल्ली फतह के लिए सबसे अहम उत्तर प्रदेश की बात करें, तो जमीनी हकीकत ये है कि यहां सपा-बीएसपी-बीजेपी और कांग्रेस के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला है. मगर ई-चुनाव के नतीजे देखें, तो 87.1 फीसदी लोग यहां कमल के फूल वाला बटन दबाने को तैयार हैं.

यहां तक दक्षिण के कई राज्यों जहां बीजेपी को वोट करने का विकल्प ही नहीं था, वहां लोगों ने बड़ी संख्या में 'नेगेटिव वोटिंग' की.

आप कह सकते हैं कि वोटर क्या करेगा, ये वर्चुअल दुनिया के ऐसे पोल सर्वे नहीं बता सकते. काफी हद तक सच है. लेकिन इतना तो तय है कि इंटरनेट पर मौजूद भारतीय वोटर भगवा रंग में रंगा हुआ है.



और भी... http://aajtak.intoday.in/story/bjp-sweeps-cyber-vote-1-746299.html

क्यों?

Sunday, November 3, 2013

बरेली (उ.प्र) में हुए भीषण सांप्रदायिक दंगों के मुख्य आरोपी रहे इस मौलाना के संग Arvindkejriwal,

केजरीवाल को सपा से परहेज है लेकिन उसके साथ लोकसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाने वालों को गले लगाने में कोई एतराज नहीं है। 

http://www.amarujala.com/news/samachar/national/kejriwal-goes-to-bareilly-cleric-for-poll-support/

यही वजह है कि बरेली पहुंचे केजरीवाल ने आईएमसी मुखिया मौलाना तौकीर रजा खां से दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए कहा।

केजरीवाल की माने तो मौलाना ने इस पर सहमति जता दी है। अब देखना यह है की केजरीवाल और प्रशांत भूषण कश्मीर को भारत से अलग कर पाते है या नहीं !
http://aajtak.intoday.in/story/tauqeer-raza-khan-to-support-aam-aadmi-party-(aap)-in-delhi-assembly-elections-1-746123.html




यूरोप से सनातन को भारत पर लाने की वकालत

याद रखना एक दिन यही सेक्युलर ...यूरोप से सनातन को भारत पर लाने की वकालत करेंगे 

मध्य यूरोप के बाद अब धीरे धीरे ईसाईयत पश्चिमी यूरोप, पूर्वी यूरोप के साथ साथ उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी देशो, पूर्वी एशिया व् ऑस्ट्रेलिया से भी सिमट रहा है,
पर भारत में मुर्ख सेकुलरो की मुर्खता के कारण लगभग दुनिया के सभी देशो से समाप्त होने की कगार पर पहुँच चुकी ईसाईयत अब भारत को लीलने की तैयारी कर रही है, पॉप ने भी अगले 50 सालो में वेटिकेन की जगह भारत को मुख्यालय बनाने की योजना बनाई है, क्यूंकि इटली में हिंदुत्व के प्रसार के बाद अब इस द्वीप पर हिन्दुओ का न पहुंचना, ये कैसे हो सकता है,
चित्र में मेक्सिको में यीशु की तस्वीर के आगे भगवान् कृष्ण का नाम सुमीरन करने नव हिन्दू,
यदि सनातन धर्म भारत से समाप्त भी हो गया तो वो यूरोप या अमेरिका के रास्ते भारत अवश्य आएगा,
क्योंकी सनातन तो चिरकाल तक रहेगा,
इस्लाम ईसा सब मिट जायेंगे, बाकी केवल सनातन रह जायेगा


Saturday, November 2, 2013

अयोध्या की आग पर

बाबर हमलावर था मन में गढ़ लेना 
इतिहासों में लिखा है पढ़ लेना 
जो तुलना करते हैं बाबर-राम की 
उनकी बुद्धि है निश्चित किसी गुलाम की

राम हमारे गौरव के प्रतिमान हैं
राम हमारे भारत की पहचान हैं
राम हमारे घट-घट के भगवान् हैं
राम हमारी पूजा हैं अरमान हैं
राम हमारे अंतरमन के प्राण हैं
मंदिर-मस्जिद पूजा के सामान हैं

राम दवा हैं रोग नहीं हैं सुन लेना
राम त्याग हैं भोग नहीं हैं सुन लेना
राम दया हैं क्रोध नहीं हैं जग वालो
राम सत्य हैं शोध नहीं हैं जग वालों
राम हुआ है नाम लोकहितकारी का
रावण से लड़ने वाली खुद्दारी का

दर्पण के आगे आओ
अपने मन को समझाओ
खुद को खुदा नहीं आँको
अपने दामन में झाँको
याद करो इतिहासों को
सैंतालिस की लाशों को

जब भारत को बाँट गई थी वो लाचारी मजहब की |
ऐसा ना हो देश जला दे ये चिंगारी मजहब की ||

आग कहाँ लगती है ये किसको गम है
आँखों में कुर्सी हाथों में परचम है
मर्यादा आ गयी चिता के कंडों पर
कूंचे-कूंचे राम टंगे हैं झंडों पर
संत हुए नीलाम चुनावी हट्टी में
पीर-फ़कीर जले मजहब की भट्टी में

कोई भेद नहीं साधू-पाखण्डी में
नंगे हुए सभी वोटों की मंडी में
अब निर्वाचन निर्भर है हथकंडों पर
है फतवों का भर इमामों-पंडों पर
जो सबको भा जाये अबीर नहीं
मिलता ऐसा कोई संत कबीर नहीं

मिलता जिनके माथे पर मजहब का लेखा है
हमने उनको शहर जलाते देखा है
जब पूजा के घर में दंगा होता है
गीत-गजल छंदों का मौसम रोता है
मीर, निराला, दिनकर, मीरा रोते हैं
ग़ालिब, तुलसी, जिगर, कबीरा रोते हैं
भारत माँ के दिल में छाले पड़ते हैं
लिखते-लिखते कागज काले पड़ते हैं
राम नहीं है नारा, बस विश्वाश है
भौतिकता की नहीं, दिलों की प्यास है
राम नहीं मोहताज किसी के झंडों का
सन्यासी, साधू, संतों या पंडों का

राम नहीं मिलते ईंटों में गारा में
राम मिलें निर्धन की आँसू-धारा में
राम मिलें हैं वचन निभाती आयु को
राम मिले हैं घायल पड़े जटायु को
राम मिलेंगे अंगद वाले पाँव में
राम मिले हैं पंचवटी की छाँव में
राम मिलेंगे मर्यादा से जीने में
राम मिलेंगे बजरंगी के सीने में
राम मिले हैं वचनबद्ध वनवासों में
राम मिले हैं केवट के विश्वासों में
राम मिले अनुसुइया की मानवता को
राम मिले सीता जैसी पावनता को
राम मिले ममता की माँ कौशल्या को
राम मिले हैं पत्थर बनी आहिल्या को
राम नहीं मिलते मंदिर के फेरों में
राम मिले शबरी के झूठे बेरों में

मै भी इक सौंगंध राम की खाता हूँ
मै भी गंगाजल की कसम उठाता हूँ
मेरी भारत माँ मुझको वरदान है
मेरी पूजा है मेरा अरमान है
मेरा पूरा भारत धर्म-स्थान है
मेरा राम तो मेरा हिंदुस्तान है

सादर साभार : हरिओम पंवार

Tuesday, October 29, 2013

कराची में रचा गया था कल बिहार में नरेंद्र मोदी की हत्या का षड्यंत्र :

पाकिस्तान के कराची में रचा गया था कल बिहार में नरेंद्र मोदी की हत्या का षड्यंत्र : 

भारत के कुछ मुस्लिम लड़कों को पकिस्तान में बुलाकर पूरी ट्रेनिंग दी गई थी नरेंद्र मोदी कि हत्या करने की.... 

रांची/अहमदाबाद -!- 

आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन ((आईएम)) ने मोदी की हत्या का षड्यंत्र रांची व कराची में रचा था। यह खुलासा धमाके के बाद पकड़े गए संदिग्ध से पूछताछ में हुआ है। पुलिस ने रांची से दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। इनमें से एक की हालत गंभीर है। वहीं दूसरे आरोपी इम्तियाज से कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है। इम्तियाज के मुताबिक, आईएम के आकाओं ने कराची में योजना बनाई थी कि पटना में सभा के दौरान धमाके किए जाएं, जिसमें मोदी सहित अनेक नेता मारे जाएं। कराची व रांची में आईएम की बैठक भी हुई थी। इम्तियाज दो दिन पहले ही पटना गया था। विस्फोट लिए दो लाख रुपए और विस्फोटक सामग्री उपलब्ध कराई गई।


अबु फैजल की भूमिका की जांच पटना में हुए धमाकों के मामले में हाल ही में मध्यप्रदेश की खंडवा जेल से फरार आईएम आतंकी अबु फैजल की भूमिका की भी जांच की जा रही है। अबु के साथ प्रतिबंधित संगठन सिमी के कई आतंकी भी फरार हैं।

http://www.indiaeveryday.in/fullnews-----------1306-6084804.htm


Sunday, October 27, 2013

बाबा साहब भीम राव अंबेडकर



बाबा साहब भीम राव अंबेडकर 

हिन्दू मुस्लिम एकता एक अंसभव कार्य हैं भारत से समस्त मुसलमानों को पाकिस्तान भेजना और हिन्दुओं को वहां से बुलाना ही एक हल है । यदि यूनान तुर्की और बुल्गारिया जैसे कम साधनों वाले छोटे छोटे देश यह कर सकते हैं तो हमारे लिए कोई कठिनाई नहीं । साम्प्रदायिक शांति हेतु अदला बदली के इस महत्वपूर्ण कार्य को न अपनाना अत्यंत उपहासास्पद होगा । विभाजन के बाद भी भारत में साम्प्रदायिक समस्या बनी रहेगी । पाकिस्तान में रुके हुए अल्पसंख्यक हिन्दुओं की सुरक्षा कैसे होगी ? मुसलमानों के लिए हिन्दू काफिर सम्मान के योग्य नहीं है । मुसलमान की भातृ भावना केवल मुसमलमानों के लिए है । कुरान गैर मुसलमानों को मित्र बनाने का विरोधी है , इसीलिए हिन्दू सिर्फ घृणा और शत्रुता के योग्य है । मुसलामनों के निष्ठा भी केवल मुस्लिम देश के प्रति होती है । इस्लाम सच्चे मुसलमानो हेतु भारत को अपनी मातृभूमि और हिन्दुओं को अपना निकट संबधी मानने की आज्ञा नहीं देता । संभवतः यही कारण था कि मौलाना मौहम्मद अली जैसे भारतीय मुसलमान भी अपेन शरीर को भारत की अपेक्षा येरूसलम में दफनाना अधिक पसन्द किया । कांग्रेस में मुसलमानों की स्थिति एक साम्प्रदायिक चौकी जैसी है । गुण्डागर्दी मुस्लिम राजनीति का एक स्थापित तरीका हो गया है । इस्लामी कानून समान सुधार के विरोधी हैं । धर्म निरपेक्षता को नहीं मानते । मुस्लिम कानूनों के अनुसार भारत हिन्दुओं और मुसलमानों की समान मातृभूमि नहीं हो सकती । वे भारत जैसे गैर मुस्लिम देश को इस्लामिक देश बनाने में जिहाद आतंकवाद का संकोच नहीं करते ।
प्रमाण सार डा अंबेडकर सम्पूर्ण वाग्मय , खण्ड १५१

Paid मीडिया का रोल

क्या मोदी सरकार पिछली यूपीए सरकार की तुलना में मीडिया को अपने वश में ज्यादा कर रही हैं? . यह गलत धारणा पेड मीडिया द्वारा ही फैलाई गयी है ...