Thursday, August 29, 2013

जादू टोन| कानून सिर्फ हिंदुओं पर ही लागू होगा!


जादू टोने के विरुद्ध कानून लाया जा रहा है जो की सिर्फ हिंदुओं पर ही लागू होगा! जैसे कि अन्य धर्मो में यह सब नहीं होता! मुसलमान भी टोन टोटके मानते है और इसाई भी! इसाइयो में काफी अधिक है अंधविश्वास अगर किसी को संदेह है तो यूरोप में रह कर देख आये!

तो फिर यह कानून सिर्फ हिन्दुओं के लिए क्यों? क्या यह हिन्दू धर्म को समाप्त करने की साजिश तो नहीं? यह इतिहास सैकड़ो साल पहले भी दोहराया जा चूका है! 

कई सदी पहले यूरोप में Pagan धर्म पाया जाता था जिसमे की प्रकृति की पूजा होती थी! उनके धर्म में भी शवो का दाह संस्कार शवो को जला कर होता था! पेड़ो और जीवो की महत्वता थी! बाद में इसाई धर्म फैलाने के लिए Pagan धर्म को शैतान के धर्म का दर्जा दिया गया! Pagan धर्म में विश्वास रखने वालो को शैतान के पुजारी होने का दर्ज दिया गया! अधिकतर को जादू टोना करने का आरोप लगा कारागार में डाल दिया गया! जैसे जैसे इसाई धर्म फैलाने की जद्दो जिहाद तेज़ हुयी वैसे वैसे ही अन्य धर्मो के दमन का चक्र तेज़ हुआ! कुल 3 सदी चला यह जिसमे एक लाख तक Pagan धर्म ज्ञानी लोगो मौत के घात उतरा गया!

औरतो की महत्वता थी तो इसासी धर्म के प्रचारको ने औरत को नरक का द्वार बताया बताया और काफी स्वतंत्र विचार रखने वाली औरतो को "चुड़ैल" की संज्ञा दे कर मरवा दिया! मौत भी ऐसी खौफनाक जिसकी कल्पना से रोये खड़े हो जाए!
बाकी का काम पोप की साल्वेशन आर्मी ने किया! आज सारा यूरोप इसाइयत के चपेट में है! यूनान जैसे देश में जिनके की अपने देवी देवता थे वह की आज एक कट्टर इसाई राष्ट्र है!
क्या हमारे देश को भी इसी पद्धति पर तेज़ी से इसाई राष्ट्र बनाने की साजिश नहीं कर रही है सोनिया गाँधी?

http://en.wikipedia.org/wiki/Witch_trials_in_Early_Modern_Europe

http://www.xtimeline.com/evt/view.aspx?id=656619

http://the-kundalini.com/witch-craft-trials-witch-trials-in-europe/

क्या कहें इसे.......सेक्युलरिज़्म/ मुस्लिम तुष्टीकरण



क्या कहें इसे.......सेक्युलरिज़्म, मुस्लिम तुष्टीकरण या फिर उत्तर प्रदेश को पाकिस्तान बनाने की मुल्ला-यम, अखिलेश और शायद इन दोनों के मालिक आजम खान की कवायद

Wednesday, August 28, 2013

मुजफ्फर नगर मेँ भड़का साम्प्रदायिक दंगा



यूपी के मुजफ्फर नगर मेँ भड़का साम्प्रदायिक दंगा दो हिँदूँओँ समेत तीन की मौत यूपी के मुजफ्फर नगर जिले मेँ 2 हिँदू लड़कियाँ अपने कजिन गौरव के साथ स्कूल जा रही थी कि तभी शाहनवाज नाम का एक शांतिदूत उन्हे छेड़ने लगा ,गौरव चुपचाप अपनी बहनोँ को घर छोड़कर अपने कुछ मित्रोँ के साथ वापस आया और शाहनवाज की जम के पिटाई कर दी ,तभी एरिया के लोकल मुसलमान शाहनवाज को बचाने दौड़े और गौरव के दो साथियोँ को पीट-पीटकर मार डाला ॥बाद मेँ अस्पताल ले जाते वक्त शाहनवाज की भी मौत हो गयी॥ पूरे जिले के हिँदूओँ मेँ घटना और प्रशासन के प्रति काफी रोष है आये दिन मुसलमान युवक कॉलेज जाने वाली हिँदू लड़कियोँ को छेड़ते हैँ॥ तनाव के मद्देनजर पूरे इलाके मेँ कर्फ्यू लगा दिया गया है॥

अमेरिका ने मस्जिदों को माना 'आतंकी संगठन'

अमेरिका ने मस्जिदों को माना 'आतंकी संगठन'?........ ..........!!!

 न्यूयॉर्क पुलिस ने मस्जिदों को 'आतंकी संगठन' घोषित किया.... न्यूयॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट ने गुपचुप तरीके से सिटी की सभी मस्जिदों को आतंकवादी संगठ करार दिया है। इसके साथ ही पुलिस को मस्जिदों में होने वाले संबोधनों को रेकॉर्ड करने और नमाज पढ़ने वाले लोगों की जासूसी करने की छूट मिल जाएगी। अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकवादी हमले के बाद से न्यू यॉर्क पुलिस ने आंतकवाद को लेकर करीब 11 मस्जिदों में जांच की है। न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक न्यू यॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट ने इस जांच को 'टेररिज़म इंटरप्राइजेज इन्वेस्टिगेशन' नाम दिया गया है। किसी मस्जिद को आतंकी संगठन करार देने का मतलब है कि इसमें नमाज पढ़ने वाले किसी भी शख्स की जांच की जा सकती है और उस पर निगरानी रखी जा सकती है। न्यू यॉर्क पुलिस ने इस पूरे मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। समाचार साभार ...NBT 

Friday, August 23, 2013

शेयर मार्केट मेँ पैसा में लगाने से पहले

शेयर मार्केट मेँ पैसा में लगाने से पहले ये आर्टिकल पूरा पढ़ ले पूरा पता चल जाएगा की शेयर मार्केट में पैसा कैसे डूबता है

एक बार एक आदमी ने गांववालों से कहा की वो 100 रु .में एक बन्दर खरीदेगा , ये सुनकर सभी गांव वाले नजदीकी जंगल की और दौड़ पड़े और वहां से बन्दर पकड़ पकड़ कर 100 रु .में उस आदमी को बेचने लगे ....... कुछ दिन बाद ये सिलसिला कम हो गया और लोगों की इस बात में दिलचस्पी कम हो गयी ....... फिर उस आदमी ने कहा की वो एक एक बन्दर के लिए 200 रु .देगा , ये सुनकर लोग फिर बन्दर पकड़ने में लग गये , लेकिन कुछ दिन बाद मामला फिर ठंडा हो गया .... अब उस आदमी ने कहा की वो बंदरों के लिए 500 रु . देगा , लेकिन क्यूंकि उसे शहर जाना था उसने इस काम के लिए एक असिस्टेंट नियुक्त कर दिया ........ 500 रु .सुनकर गांव वाले बदहवास हो गए , लेकिन पहले ही लगभग सारे बन्दर पकडे जा चुके थे इसलिए उन्हें कोई हाथ नही लगा ...... तब उस आदमी का असिस्टेंट उनसे आकर कहता है ..... " आप लोग चाहें तो सर के पिंजरे में से 400 - 400 रु . में बन्दर खरीद सकते हैं , जब सर आ जाएँ तो 500 -500 में बेच दीजियेगा "... गांव वालों को ये प्रस्ताव भा गया और उन्होंने सारे बन्दर 400 - 400 रु .में खरीद लिए ..... अगले दिन न वहां कोई असिस्टेंट था और न ही कोई सर ....... बस बन्दर ही बन्दर

Tuesday, August 20, 2013

आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा को चाहिए जामा मस्जिद की बिरयानी...

आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा को चाहिए जामा मस्जिद की बिरयानी......!!!

सुरक्षा एजेंसियों से डिमांड रखी कि उसे जामा मस्जिद की बिरयानी खानी है...

पुलिस की कस्टडी में बाप खायेगा विरियानी ..वेटा आतंकी बन करेगा देश में धमाके 

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की कस्टडी में बंद लश्कर के आतंकी अब्दुल करीम टुंडा को बिरयानी चाहिए और वह भी पुरानी दिल्ली की। जी हां, टुंडा ने डिमांड रखी कि उसे जामा मस्जिद की बिरयानी खानी है।

टुंडा से सेल के लोदी रोड स्थित ऑफिस में पूछताछ की जा रही है। कॉन्फ्रेंस रूम में टीवी लगा हुआ है, जिसमें टुंडा ज्यादातर बार न्यूज चैनलों पर अपना फोटो और खबरें देखकर मुस्कराता रहता है। उसे अपनी किसी भी बात पर कोई पछतावा नहीं है। वह सेल को पूछताछ में सपोर्ट कर रहा है। मगर जो बातें वह बता रहा है उनमें कितनी सचाई है, इसका पता लगाया जा रहा है। पूछताछ के दौरान टुंडा ने अधिकारियों के सामने डिमांड रखी कि उसे पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद एरिया की बिरयानी खानी है। ऑफिसर्स ने उसकी इस मांग को ठुकरा दिया।

गौरतलब है कि मुंबई अटैक के दोषी पाकिस्तानी आतंकी अजमल आमिर कसाब को जेल में बिरयानी खिलाए जाने का मामला सुर्खियों में रहा था।

टुंडा का एक बेटा है आतंकवादी.........!!!

स्पेशल सेल के अनुसार टुंडा के 7 बच्चे हैं। इनमें से सबसे बड़ा लड़का लापता है। बाकी बचे 6 में से ऊपर से तीसरे नंबर वाला बेटा अब्दुल वारिस आतंकवादी बताया गया है। अब्दुल लश्कर के लिए काम करता है। उस पर जम्मू-कश्मीर में बम धमाके करने का आरोप लगा था। वह वहां पकड़ा भी गया था और 8 साल तक जेल में रहा था। टुंडा का सबसे बड़ा बेटा 48 साल का और सबसे छोटा तीन साल का है। टुंडा की तीन बीवियां हैं जिनका नाम जरीना, मुमताज और आसमां हैं। ये तीनों अब लाहौर में रहती हैं। कराची में भी इनका घर है।

सिद्धु स्टाईल

मेरी नानी बताया करती थी (नानी ने कुछ नहीं बताया सिद्धु स्टाईल है बस) कि एक बार इंदिरा ने अपने मंत्रियो के बारे मेँ फाइलेँ मंगाई थीँ, उन फाईलोँ मेँ एक रिश्वतखोरी का मामला हाथ लगा था प्रति रेलवे वैगन 5000 रुपये की रिश्वत तय हुई थी 10 वैगन की आपूर्ति होनी थी, रिश्वत की कुल राशि 50000 रुपये तय थी जिसमेँ आधे रुपये अग्रिम दिये गये सौदा हो गया मंत्री ने फाईल पर ‘अप्रूव्ड’ लिख दिया जिस पार्टी को रिश्वत देनी थी, उसने सोचा आदेश हो गया है अब 25000 रुपये बचा लेते है, और पैसे देने से इंकार कर दिया. सचिव ने तुरंत मंत्री जी को सूचित किया मंत्री ने फाईल वापस मंगवा ली और ‘अप्रूव्ड’ के आगे ‘Not’ लिख दिया, सौदा रुक गया पार्टी रोती हुई मंत्री महोदय के ऑफिस मेँ पहुँची पैसे दिये सौदा पूरा किया और मंत्री जी ने ‘Not’ मेँ एक "e" लगा कर ‘Note’ कर दिया मतलब फाइल ‘नोट अप्रूव्ड’ की टिप्पणी के साथ पारित हो गयी!

इंदिरा गाँधी ने इस चतुराई के लिये मंत्री जी की तारीफ की और खुद के लिये सबक सीखा.

अंधश्रद्धा निर्मूलन

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिती के प्रधान नरेन्द्रा दाभोलकर की गोली मारकर ह्त्या !!
ये जनाब 15 -20 साल से महाराष्ट्र मे अंधश्रद्धा निर्मूलन समिती नाम की संस्था चलाते है अमेरिका से आई funding से ! इनको हिन्दू समाज के कार्यो मे ही अंधश्रद्धा नजर आती थी ! 

राजीव भाई इनको एक बार अपने साथ लेगे सितारा से कराड़ जाने वाली सड़क पर ले गए वहाँ एक गाँव है उसमे एक मजार है ! इस्लाम को मानने वालों की मजार वहाँ एक फकीर बैठता है ! लोग उसके बारे मे कहते हैं जो कोई इस फकीर के पास आता है उसे वो ताबीज देता है !

और फिर वो व्यक्ति रोड से करोड़ पति बन जाता है जो लंगड़ा है वो चलने लग जाता है ! जिसके मुंह मे जुबान नहीं वो बोलने लग जाता है ! ऐसी चर्चा पूरे क्षेत्र मे है !

तो राजीव भाई ने नरेन्द्रा दाभोलकर से पूछा इसको आप क्या कहेंगे ये अंधश्रद्धा है या नहीं ???

तो नरेन्द्रा दाभोलकर कहते हैं कि हमारी समिति मे ये काम करने का नहीं !
मतलब ईसाईयत ,और इस्लाम वाले कुछ करे ! उनसे नरेन्द्रा दाभोलकर को कोई तकलीफ नहीं है ! हिन्दू धर्म वाले कुछ करे उसी को गलियाँ देना उनही के खिलाफ FIR करवाना ये काम
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिती (नरेन्द्रा दाभोलकर ) करते हैं !!

अधिक जानकरी के लिए यहाँ देखे कि कैसे ये अंधश्रद्धा निर्मूलन समिती एक कानून बनवाना चाहती है जिसके आधार पर सारे मंदिर खत्म हो जाएँगे !

http://www.youtube.com/watch?v=qP5tY_IWc4s

लालकिला‬ का का असली नाम ‪#‎लालकोट‬ है--


‪#‎लालकिला‬ का का असली नाम ‪#‎लालकोट‬ है----
- जैसे ‪#‎ताजमहल‬ का असली नाम ‪#‎तेजोमहालय‬ है और क़ुतुब मीनार का असली नाम विष्णु स्तम्भ है वैसे ही यह बात भी सत्य है|


लालकिला का का असली नाम लालकोट है----
- जैसे ताजमहल का असली नाम तेजोमहालय है और क़ुतुब मीनार का असली नाम विष्णु स्तम्भ है वैसे ही यह बात भी सत्य है|
- अक्सर हमें यह पढाया जाता है कि दिल्ली का लालकिला शाहजहाँ ने बनवाया था| लेकिन यह एक सफ़ेद झूठ है और इतिहासकारों का कहना है की वास्तव में लालकिला पृथ्वीराज ने बारहवीं शताब्दी में पूरा बनवाया था जिसका नाम “लाल कोट “था जिसे तोमर वंश के शासक ‘अनंग पाल’ ने १०६० में बनवाना शुरू किया था |महाराज अनंगपाल तोमर और कोई नहीं बल्कि महाभारत के अभिमन्यु के वंशज तथा महाराज पृथ्वीराज चौहान के नाना जी थे|
- इसका सबसे बड़ा प्रमाण है कि तारीखे फिरोजशाही के पृष्ट संख्या 160 (ग्रन्थ ३) में लेखक लिखता है कि सन 1296 के अंत में जब अलाउद्दीन खिलजी अपनी सेना लेकर दिल्ली आया तो वो कुश्क-ए-लाल ( लाल प्रासाद/ महल ) कि ओर बढ़ा और वहां उसने आराम किया|
- अकबरनामा और अग्निपुराण दोनों ही जगह इस बात के वर्णन हैं कि महाराज अनंगपाल ने ही एक भव्य और आलिशान दिल्ली का निर्माण करवाया था|
- शाहजहाँ से 250 वर्ष पहले ही 1398 ईस्वी में तैमूरलंग ने भी पुरानी दिल्ली का उल्लेख किया हुआ है (जो कि शाहजहाँ द्वारा बसाई बताई जाती है)|
- लाल किले के एक खास महल मे वराह के मुँह वालेचार नल अभी भी लगे हुए हैं क्या शाहजहाँ सूअर के मुंह वाले नल को लगवाता ? हिन्दू ही वराह को अवतार मान कर पावन मानते है|
- किले के एक द्वार पर बाहर हाथी की मूर्ति अंकित है क्योंकि राजपूत राजा गजो (हाथियों) के प्रति अपने प्रेम के लिए विख्यात थे जबकि इस्लाम जीवित प्राणी के मूर्ति का विरोध करता है|
- लालकिला के दीवाने खास मे केसर कुंड नाम से एक कुंड भी बना हुआ है जिसके फर्श पर हिंदुओं मे पूज्य कमल पुष्प अंकित है| साथ ही ध्यान देने योग्य बात यह है कि केसर कुंड एक हिंदू शब्दावली है जो कि हमारे राजाओ द्वारा केसर जल से भरे स्नान कुंड के लिए प्राचीन काल से ही प्रयुक्त होती रही है|
- गुंबद या मीनार का कोई अस्तित्व तक नही है लालकिला के दीवानेखास और दीवानेआम मे| दीवानेखास के ही निकट राज की न्याय तुला अंकित है \ ब्राह्मणों द्वारा उपदेशित राजपूत राजाओ की न्याय तुला चित्र से प्रेरणा लेकर न्याय करना हमारे इतिहास मे प्रसिद्द है|
- दीवाने ख़ास और दीवाने आम की मंडप शैली पूरीतरह से 984 ईस्वी के अंबर के भीतरी महल (आमेर/पुराना जयपुर) से मिलती है जो कि राजपूताना शैली मे बना हुई है| आज भी लाल किलेसे कुछ ही गज की दूरी पर बने हुए देवालय हैं जिनमे से एक लाल जैन मंदिर और दूसरा गौरीशंकरमंदिर है जो कि शाहजहाँ से कई शताब्दी पहले राजपूत राजाओं के बनवाए हुए है|
- लाल किले के मुख्य द्वार के फोटो में बने हुए लाल गोले में देखिये , आपको अधिकतर ऐसी अलमारियां पुरानी शैली के हिन्दू घरो के मुख्य द्वार पर या मंदिरों में मिल जायंगी जिनपर गणेश जी विराजमान होते हैं |
- और फिर शाहजहाँ या एक भी शिलालेख मे लाल किले का वर्णन तक नही है|

Monday, August 12, 2013

बहन माया वती



लो भाई,
अब तो BMW(बहन माया वती) ने भी जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की मांग की है,
असल में हुआ ये है की BSP के नेता के बेटे की भी मुसलमान दंगाईयो ने गोली मार कर हत्या कर दी जो की दलित थे,
चलो इसी बहाने मायावती को दलितों की याद तो आई, ये तो पता चला की मुसलमान किसी का सगा नहीं होता, केवल दलितों को भड़काने के लिए, उन्हें बाकी हिन्दुओ से अलग करने के लिए ये मूलनिवासी नाम का थोथा गढ़ा गया है,
देर आये दुरुस्त आये,
मायावती की इस मांग का पुरजोर समर्थन, 100-100 बार नमन मायावती को,
साथ ही उन मूर्खो को सलाह जो इन विदेशी मुसलमानों को अपना भाई मानते है,
जिसने तुम्हारी बहनों का बलात्कार किया, तुम्हारे घरो में आग लगाईं, तुम्हारे परिजनों की हत्या की, उन मुसलमानों को भाई कहना मुर्खता है,,
मायावती ने तो सीधे सीधे राज्य सरकार पर ही दंगो और दंगाईयो को शह देने का आरोप लगाया की राज्य सरकार के गृह मंत्री सज्जाद किचलू खुद उस समय दंगाईयो के साथ थे और उनकी दंगो को मौन सहमती थी,
कश्मीर सरकार हाय हाय,
उमर अब्दुल्ला हाय हाय,

J.D.U. के प्रवक्ता के सी त्यागी



आज राज्यसभा में कश्मीर के किश्तवाड़ में हुए दंगे पर बहस चल रही थी ,,,
J.D.U. के प्रवक्ता के सी त्यागी ने राज्यसभा में किश्तवाड़ दंगे के सन्दर्भ में जो कुछ भी कहा ,,उसमे कहा की इस दंगे में जो मरे उनसे ज्यादा महत्वपूर्ण वो ८०००० नौजवान हैं जो पिछले अनेक सालों में घाटी से गायब हुए (उन्होंने ये नहीं बताया की ये लोग आतंकवादी बन गए ,,,सेना से मुठभेड़ में मरे ,,या पकिस्तान ट्रेनिंग लेने गए ),,,उन्होंने घाटी से निकाले गए ३ लाख पंडितों के बारे में कुछ नहीं कहा ,,,उनके धूर्ततापूर्ण वक्तव्य जिनमें कश्मीर के अलगाववादियों का पक्ष लिया गया,,,,, उसे देशद्रोह न कहे तो क्या कहें ????आप स्वयं ये भाषण सुने और बताएं की क्या मेरा आकलन गलत है ?????…उन्हें इस बात की फ़िक्र थी की कोई धारा ३७० को हटाने की सोचे भी नहीं ,,उन्होंने कहा की जब तक कश्मीर पर बनी विशेष समिति की सिफारिशें नहीं मानी जायेंगी ,,तब तक किश्तवाड़ जैसी घटनाएं होती रहेंगी ,,,और विशेष वार्ताकारों की उस समिति के अनेक सुझावों में ये खतरनाक सुझाव शामिल हैं ---- 1953 में दी गई स्वायतत्ता में हस्तक्षेप करने वाले केन्द्रीय कानूनों को वापस लिया जाए और इसके लिए संवैधानिक समिति का गठन हो। - नियंत्रण रेखा के आरपार लोगों, वस्तुओं व सेवाओं की आवाजाही की खुली छूट मिले। - सेना व अर्द्धसैनिक बलों की संख्या घटाई जाए और उन्हें मिले विशेषाधिकार वापस लिए जाएं।

Sunday, August 11, 2013

बिहार सरकार के किसी भी मंत्री



सत्ता के मद्द मे चुर नीतीश सरकार के ग्रामीण मंत्री भीम सिहं ने दिया विवादित बयान बोला सेना और पुलिश मे लोग तो मरने ही जाते है अब कहा तक इनके पिछे पड़ा जाए ।

शहीद होने के लिए होते हैं सैनिक'....भीम सिंह जेडीयू नेता ( विहार की नीतीश सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री ) का बयान ..!!!

बिहार सरकार के किसी भी मंत्री या जेडी(यू) के बड़े नेता के पटना एयरपोर्ट पर शहीदों के शवों को रिसीव करने न आने को लेकर पूछे गए सवाल पर ग्रामीण विकास मंत्री भीम सिंह भड़क गए। उन्होंने सैनिकों के बारे में विवादास्पद बयान देए हुए कह दिया कि कि जवान होते ही शहीद होने के लिए हैं।

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सेना के हमले में बिहार के चार सैनिक शहीद हुए हैं। सैनिको के शवों को विशेष विमान से जब पटना लाया गया, तो नीतीश सरकार का कोई भी मंत्री एयरपोर्ट नहीं पहुंचा। एक टीवी चैनल के पत्रकार ने राज्य सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री से जब इस बाबत जानना चाहा, तो वह बुरी तरह भड़क गए।

भीम सिंह कहना था, 'जवान तो शहीद होने के लिए ही होते हैं न... सेना और पुलिस में नौकरी क्यों होती है?.. आप थोड़े न शहीद होइएगा। शहादत के लिए ही वे जाते हैं। भावना के साथ कोई सेना और पुलिस में जाता है।'
पत्रकार ने जब पूछा कि इस भावना को इज्जत भी तो मिलनी चाहिए थी तो मंत्री का जवाब था, 'बिल्कुल मिल रही है। पूरा देश एक साथ है। पूरी पार्ल्यामेंट एक साथ है। राज्य सरकार साथ है।'

पत्रकार ने फिर सवाल दागा कि फिर भी कोई एयरपोर्ट नहीं पहुंचा, तो भीम सिंह का पारा चढ़ गया और वह पत्रकार पर भड़क गए। उन्होंने उल्टे पत्रकार से ही सवाल जवाब शुरू कर दिया। उन्होंने कहा 'आप भी तो बस ड्यूटी कर रहे थे। आपके बाबू जी गए थे वहां? आपके बाबूजी गए थे वहां? आपके पिता नागरिक हैं ना? क्या आपके पिता गए? आपकी माता गई? आपकी माता गई थी की नहीं ?' इसके बाद भीम सिंह वहां से चले गए

बुलेटप्रूफ जैकेट ही नकली निकली




अभी अभी -सेना ने पांचो शहीद जवानो की पोस्टमार्टम रिपोर्ट जाहिर किया, सेना में इस बात से हडकम्प मचा है की पांचो शहीद जवान बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए थे और वो बुलेटप्रूफ जैकेट ही नकली निकली......

सुब्रह्मण्यम स्वामी अब भाजपा में शामिल

सुब्रह्मण्यम स्वामी अब भाजपा में शामिल 

जनता पार्टी के अध्यक्ष राष्ट्रवादी सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपनी पार्टी का भाजपा में विलय के दिया है .अब वे भाजपा के नेता हो गए हैं. विलय की योजना बहुत दिनों से चल रही थी जो आज संपन्न हो गयी है इससे भाजपा को मजबूती मिलेगी.
सुब्रह्मण्यम स्वामी के इस सराहनीय क़दम की राष्ट्रवादियों को बहुत दिनों से इन्तजार था.



सुब्रमन्यम स्वामी जी के भाजपा मेँ शामिल होने के बाद काँग्रेस बहुत गहरे संकट मेँ फँस गयी है स्वामी जी इससे पहले चिदंबरम,सोनिया तक को कौर्ट मेँ घसीट चुके हैँ।वो नरेँद्र मोदी की तरह बहुत आक्रामक रहते हैँ और कटटर हिँदू हैँ स्वामी जी के आने के बाद जो भाजपा अभी आक्रामक हैँ वो अब और आक्रामक हो जायेगी और अब काँग्रेस को कोर्ट तक घसीटेगी। स्वामी जी जब अकेले काँग्रेस को कोर्ट ले जा सकते हैँ तब उनके भाजपा मेँ शामिल होने के बाद काँग्रेस अब बिल्कुल रछात्मक हो जायेगी क्यूँ कि स्बामी जी के पास काँग्रेस के हर घोटाले के पुख्ता सबूत हैँ। और सोनिया का पूरी काँग्रेस पार्टी को स्वामी जी से ना उलझने का साफ आदेश है। क्यूँ कि स्वामी जी के पास सोनिया के कालेधन के पुख्ता सबूत हैँ। भाजपा मेँ आने के बाद अब स्बामी जी काले धन के ऊपर काँग्रेस को बहुत बुरी तरह घेरेँगे और पूरी भाजपा इस मुददे पर बहुत आक्रामक हो जायेगी

Friday, August 9, 2013

गद्दार जयचंद है ये केजरीवाल

क्या 4 जून 2011 की वो काली रात आपको याद है ?


उस 4 जून 2011 को दिल्ली की पुलिस ने रामलीला मैदान मे जालियावाला बाग की तरह सो रहे बाबा रामदेव के समर्थकों पर लाठी चार्ज की थी। उस लाठी चार्ज मे बहन राजबाला का दुखद निधन हो गया था। और उसमे बाबा को मंच छोडना पड़ा था क्यूंकी उनकी हत्या की साजिश रची जा चुकी थी।

इतना तो शायद सभी जानते होंगे। लेकिन इसके पीछे एक और सच्चाई जो अब तक बाहर नहीं आई थी।

उसी 4 जून की रात को बाबा रामदेव के साथ मंचासीन होने अन्ना आने वाले थे। जी हाँ वही केजरीवाल के अन्ना। लेकिन केजरीवाल ने अन्ना को उस दिन आने से रोक दिया। अन्ना को केजरीवाल ने फोन कर किसी भी हालत मे अगले दिन आने को कहा। अन्ना फिर 4 जून 2011 को ना आ कर अगले दिन 5 जून 2011 को दिल्ली पहुंचे।

सभी जानते थे की बाबा रामदेव के अनुयायाई ना सिर्फ दिल्ली या भारत मे बल्कि पूरे विश्व मे हैं। उनके एक आहवाहन पर लाखों लोग एक झटके मे पहुँच जाएंगे। तब तक अन्ना सिर्फ महाराष्ट्र मे जाने जाते थे और केजरीवाल सिर्फ लूट-खसोट करने वाली बीरदारी NGO मे जाने जाते थे। इससे आगे इन दोनों का वजूद ना के बराबर था। लेकिन केजरीवाल ने सोचा की अगर लाठी चार्ज होती है और बाबा को मार दिया जाता है इसमे और इसके बाद अन्ना के साथ मिलकर केजरीवाल अनसन करते हैं तो पूरा देश केजरीवाल के साथ खड़ा होगा एवं ये अपना उल्लू सीधा कर सकते हैं।

4 जून 2011 को रामलीला मैदान मे केजरीवाल के षड्यंत्र से लाठी चार्ज हुई थी। यही जयचंद बन कॉंग्रेस से मिलकर लाठी चार्ज करवाया था। और उस लाठी चार्ज मे हमे बहन राजबाला को खोना पड़ा।

गद्दार जयचंद है ये केजरीवाल

विवेक एवं नेहा

Photo: विवेक एवं नेहा

पूंछ मे शहीद हुए बिहार के जवान शहीद विजय राव जी के बच्चे 

इनकी चित्कारें एवं आँसू भारत की सरकार से सवाल पूछ रहे हैं

आखिर कब तक विजय राव जी जैसे सिपाही मरते रहेंगे और नेता महलों मे बैठ कर शराब, कबाब एवं शबाब का लुत्फ उठाते रहेंगे 

कूई जवाब है आपके पास?
विवेक एवं नेहा

पूंछ मे शहीद हुए बिहार के जवान शहीद विजय राव जी के बच्चे

इनकी चित्कारें एवं आँसू भारत की सरकार से सवाल पूछ रहे हैं

आखिर कब तक विजय राव जी जैसे सिपाही मरते रहेंगे और नेता महलों मे बैठ कर शराब, कबाब एवं शबाब का लुत्फ उठाते रहेंगे

कूई जवाब है आपके पास?
 

मोसाद

इजराइल भोगोलिक दृष्टि से राजस्थान से 17 गुणा छोटा है मगर राजनीतिक रूप से इतना समृद्ध है की विश्व भर के मुस्लिम आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश उसके नाम मात्र से कांप उठता है । उसकी एक छोटी सी इकाई है --**मोसाद**--
मोसाद का मतलब मौत. एक बार जो मोसाद की निगाह में चढ़ गया, उसका बचना मुश्किल है. मोसाद के ख़ूंखार एजेंट उसे दुनिया के किसी भी कोने से ढूंढ निकालने का दमख़म रखते हैं.
यही वजह है, कि इज़राइल की इस ख़ुफ़िया एजेंसी को दुनिया की सबसे ख़तरनाक एजेंसी कहा जाता है.
मोसाद की पहुंच हर उस जगह तक है जहां इज़राइल या इज़राइल के नागरिकों के ख़िलाफ़ कोई भी साज़िश रची जा रही हो. मोसाद का इतिहास 63 साल पुराना है.
मोसाद का हैडक्वार्टर इजराइल के तेल अवीब शहर में है. मोसाद यानी इंस्टीट्यूट फॉर इंटेलीजेंस एंड स्पेशल ऑपरेशन इजरायल की नेशनल इंटेलीजेंस एजेंसी. मोसाद का गठन 13 दिसंबर 1949 को 'सेंट्रल इंस्टीट्यूशन फॉर को-ऑर्डिनेशन' के बतौर हुआ.
इस एजेंसी को बनाने का प्रस्ताव रियुवैन शिलोह द्वारा प्रधानमंत्री डेविड बैन गुरैना के कार्यकाल में दिया गया था. उन्हें ही मोसाद का डायरेक्टर बनाया गया.
मोसाद का मुख्य उद्‍येश्य आतंकवाद के खिलाफ लड़ना, खुफिया जानकारी एकत्रित करना और राजनीतिक हत्याओं को अंजाम देना है. यह इजराइल की इंटेलीजेंस कम्यूनिटी में प्रमुख वर्चस्व रखती है. मोसाद डायरेक्ट प्रधानमं‍त्री को सीधे रिपोर्ट करता है.
मोसाद की आतंकवादियों के खिलाफ चलाई गई मुहिम का बेहतर उदाहरण 'म्यूनिख हत्याकांड' है. पश्चिम जर्मनी का म्युनिख शहर में आयोजित 1972 के ओलिंपिक के दौरान बंधक बनाये इजराइल खिलाड़ियों को छुड़ाकर पांच आतंकवादियों को मार गिराया.
फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन 'ब्लैक सेप्टेम्बर' द्वारा अंजाम दिए गए इस आतंकी कारनामें में शामिल उन तमाम लोगों को मोसान ने ढूढ-ढूढ कर मार दिया जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस संगठन से जुड़े थे. उन्होंने इसके लिए दूसरे देशों में घुसकर कार्रवाई की. यह एजेंसी आतंक का तब तक पीछा करती है जब तक की उसके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त न कर दिया जाए.…………
क्या हिन्दुस्तान में ऐसा नहीं हो सकता क्या ? और अगर हमारे देश में भी राजनितिक स्थायित्व आ जाये और लोग स्वार्थ छोड़ देश हित में लग जाएँ तो वो दिन दूर नहीं जब विश्व के अमीर देश यहाँ नोकरी और धंधे के लिए चक्कर लगायें ।

बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाने

बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाने ...

‪#‎राष्ट्रवादी‬ फेस्बुकिया- अच्छा तुम्हे ईद मुबारक बस वन्दे मातरम् बोल दो

‪#‎मुस्लिम‬ फेस्बुकिया- अबे चल ना चू.. किसे चाहिए तेरी मुबारकबाद

#राष्ट्रवादी फेस्बुकिया-अच्छा चलो राष्ट्र वादी मुसलमानों को ईद मुबारक ..

#मुस्लिम फेस्बुकिया- अबे जा ,नहीं चाहिए तेरा सर्टिफिकेट ....

# राष्ट्रवादी फेस्बुकिया-अच्छा तीज की भी बधाई और ईद भी मुबारक

#मुस्लिम फेस्बुकिया-अबे भाड़ में गये तुम काफिरों के त्यौहार ,हमारी ईद के साथ मत जोड़ो

# राष्ट्रवादी फेस्बुकिया-अरे ईद मुबारक यार अब तो मोदी जी भी बोल रहें है हम भला क्यूँ पीछे रहेंगे ? "जो मोदी जी बोलेंगे वो में करूँगा"

मुस्लिम फेस्बुकी- तू वोही है न जो फलाने पेज पर मुसलमानों को गाली दे रहा था उस दिन ? अच्छा अब मोदी बनना चाह रहे है सब .........अबे जाओ में तो चला गाय और बकरा खाने ...

और आख़िरकार कोई मुस्लिम इन राष्ट्र वादी लोगों की भावनाओ की कद्र न करके चलते बने ,कुछ एक हिन्दुओं ने ही (जो आत्मा से सेकुलर है लेकिन फेसबुक पर गाली ना मिले इसलिए राष्ट्र वादी हैं) ने इनकी पोस्टों पर लाइक और कमेन्ट करके इनकी होंसला अफजाही करी ............

मित्रों मोदी जी को रास्ट्रीय राजनीति में आना है अगर आपको भी राजनीति ही करनी है तो अलग बात है ,आपकी मज़बूरी समझी जा सकती है ......बाकी एक बात का ध्यान रखें की आज अगर सोशल मीडिया की आवाज सुनी जा रही है तो वो हिंदुत्व के सोशल मीडिया पर कब्जे की वजह से ........मोदी जी को भी सोशल मीडिया के इसी उग्र हिंदुत्व ने प्रचारित प्रसारित किया है .......इसलिए विचारधारा से समझोता नहीं

Tuesday, August 6, 2013

मंदिर को भी ध्वस्त किया था परन्तु तब तो सांप्रदायिक माहोल

दुर्गा शक्ति नागपाल के साथ जिस प्रकार का व्यवहार मुलायम कर रहा है उससे ऐसा लगता है की उत्तर प्रदेश उनके परिवार की जागीर है। जिसे चाहे जैसा चाहे वैसा कर दे !! उत्तर प्रदेश में नागपाल ने तीन मंदिर को भी ध्वस्त किया था परन्तु तब तो सांप्रदायिक माहोल नहीं ख़राब हुआ था एक अवैधानिक तौर पर बनायेजा रहे मस्जिद की दीवाल टूटने से कैसे माहोल ख़राब हो जाएगा ? तुर्की , इंडोनेशिया जैसे इस्लामिक देशो में भी मस्जिद बनाने के लिएअनुमति लेनी परती है. जर्मनी, फ्रांस , ब्रिटेन की बात तो मत ही किजिये. 

चलिए इस प्रसंग ने एक और ऐतिहासिक प्रसंग की यद् दिल दी है. १९४७-४८ की बात है. अजमेर में दंगा हुअ. ८०० लोग जो दंगा से प्रत्यक्ष तौर पर जुरे थे गिरफ्तर हुए. दुर्भाग्य से अधिकाश एक ही समुदाय के लोग थे. इस पर मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल सीधे पंडित नेहरु से मिलने दिल्ली आया और नेहरु ने अपने एक अधिकारी आयंगर को अजमेर भेज दिया. उस समय अजमेर के मुख्य सचिव शंकरी प्रसाद थे। वे घोर इमानदार और संविधान, कानून , न्याय में आस्था रखने वाले पदाधिकारियों में गिने जाते थे। उनपर नेहरु का दबाव था की सामाजिक संतुलन बनाये रखने के लिए दूसर समुदाय के भी उतने ही लगो को गिरफ्तार कर लिया जाना चहिये. शंकरी प्रसाद इस तर्क से सहमत नहीं थे। उनका मानना था कि जिन्होंने काननों को तोर और जो उनके victims हैं दोनों को एक तराजू पर कैसे रखा जा सकता है. फिर शंकरी प्रसाद नेहरु द्वारा केंद्र से अधिकारी भेजने को अपने अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन मानकर अपने इस्तीफे की पेशकश की जो नेहरु चाहते थे. तब सरदार पटेल ने नेहरु को कड़ा पत्र लिखकर शंकरी प्रसाद के प्रति पूर्ण आस्था और समर्थन दिखया. उन्होंने लिखा की इमानदार और प्रतिबद्ध नौकरशाहों को हतोत्साहित, अपमानित और कर्तव्यहीनता का पढ़ पढ़कर हम राष्ट्र निर्माण नहीं कर सकते है. नेहरु और पटेल दोनों इस विषय पर आमने सामने थे. और दोनों के बीच बात इतनी बढ़ गयी की दोनो ने महात्मा गाँधी को अपना अपना इस्तीफा भेज दिया। गान्ही जी की हत्या हो जाने के कारण विषय दबकर रह गया. दुर्गा शक्ति तो है, नेहरु के वारिस भी हैं पर पटेल के वारिस की अकाल से राजनीति त्रस्त है. दुर्गा को इस भ्रस्त्र राजनीतिज्ञों को सबक सिखाने के लिए संभवतः व्यापक भूमिका में जाना होगा. शायद नियति की यही मांग है.

Monday, August 5, 2013

तीसरे विश्व युद्ध के शुरूआती लक्ष्ण हैं




शुक्रवार को रेड अलर्ट जारी हुआ कि अल-कायदा 9/11 जैसे कारनामो को अंजाम दे सकता है, अमेरिका और भारत को खुली चुनौती दी गई...

परन्तु देश का ..."सौभाग्य"... नवरत्नों से सुसज्जित देश के एक भी इलेक्ट्रानिक चैनल ने इस Global Terrorism से सम्बन्धित खबर का प्रसारण करना उचित नही समझा l

अमेरिका ने शनिवार और रविवार को अनेक मुस्लिम देशों में अपने दूतावास बंद किये l
कनाडा ने रविवार को बांग्लादेश में अपना दूतावास बंद किया l
आज जर्मनी, इंग्लेंड, फ़्रांस आदि देशों ने भी कर दिए l

और इन सभी देशों ने अपने अपने देश के नागरिकों की सुरक्षा हेतु GuideLines भी जारी कर दिए l


आशंका है कि ईद के अगले दिन से अल-कायदा, हमास प्रमुख बड़े आतंकवादी सन्गठन किसी भयावह पैशाचिक कारनामे को अंजाम दे सकते हैं ...
जैसा कि आप जानते हैं कि रमजान के महीने की सच्चाई छिपाई जाती है ...


फिर जब हुरमत (रमजान) के महीने बीत जाएँ तो मुश्रिकों (मूर्तिपूजकों) को जहाँ कहीं पो कतल करो और उन्हें पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो ... फिर यदि वे तौबा कर लें, नमाज कयन करें और जकात दें तो उनका मार्ग छोड़ दो .. निस्संदेह अल्लाह बड़ा क्षमाशील और दया करने वाला है (पारा 10, सुरत 9, आयात 5) 7


यदि एक महीने तक यह दूतावास चालू न हुए तो संयुक्त राष्ट्र के नियमो के तहत कड़े कदम उठाये जा सकते हैं... जिसका विरोध यूरोप-अमेरिका तथा मुस्लिम देशों के बीच एक बड़े युद्ध के बीच बदल सकता है l

कल रविवार को ही बांग्लादेश में सभी इस्लामिक संगठनो ने एक सामूहिक प्रदर्शन किया जो कि बाद में हिंसात्मक प्रदर्शन में परिवर्तित हो गया जिसमे कई हिन्दुओं को भी हानि पहुंचाई गई l


उत्तरी कोरिया अपनी मिसाईल तैनात कर चुका है ...
चीन अपना ग्वादर पोर्ट (बलूचिस्तान) में आरम्भ कर चुका है ...
अब उसको पेट्रोलियम आयात से सम्बन्धित विषय पर कोई चिंता नही है l

क्या यह ... तीसरे विश्व युद्ध के शुरूआती लक्ष्ण हैं ...

भारत की क्या तैयारी है यदि ऐसा है तो ...?
भारत की विदेश नीति क्या इस समय सक्षम है तीसरे विश्व युद्ध के परिणामो को झेलने में ?
भारत की और से अभी तक कोई Guide Lines जारी नही की गई हैं l


क्या हिंदुत्व-वादी तैयार हैं ?
तीसरे विश्व युद्ध के समय किन किन आवश्यक वस्तुओं का आयात एवं निर्यात रुक सकता है, क्या हमने सोचा है ?

ये कृषि प्रधान देश है ...
यदि पेट्रोल और डीजल का ही आयात नही होगा... तो क्या गेहूं, चावल जैसे आवश्यक पदार्थों की खेती सम्भव है ?

क्या नीति है भारत की ...
और क्या नीति है ... हिंदुत्वा-वादी संगठनो की ??

'मस्जिद की दीवार गिराने पर दुर्गा को हटाया तो मंदिर तोड़ने वालों पर भी हो कार्रवाई'




'मस्जिद की दीवार गिराने पर दुर्गा को हटाया तो मंदिर तोड़ने वालों पर भी हो कार्रवाई'
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गौतमबुद्ध नगर से सदर एसडीएम शक्ति नागपाल के निलंबन से ठीक एक हफ्ते पहले ग्रेटर नोएडा के बीटा-1 में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा एक मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया था। अब लोगों की मांग है कि मंदिर ध्वस्त करने वाले प्रशासनिक अफसरों और कर्मचारियों को सरकार निलंबित करे। इस मंदिर का निर्माण सरकारी भूमि पर किया गया था। इसे 19 जुलाई को अधिकारियों के निर्देश पर ध्वस्त कर दिया गया था।
लोगों के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से अनुमति लेने के बाद 250 वर्ग फिट जमीन पर शिव मंदिर का निर्माण किया गया था। इसके लिए सन 2010 में प्राधिकरण को बकायदा 42 हजार 500 रुपए दिए गए थे। इसके बाद उक्त जमीन पर 'धार्मिक निर्माण' की इजाजत दी गई थी।
श्री राम जानकी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सनीता गदोरिया के मुताबिक, प्राधिकरण द्वारा उस जमीन पर धार्मिक कार्य की इजाजत के लिए पत्र दिया गया था। लेकिन 19 जुलाई की सुबह प्राधिकरण के अधिकारी पुलिस और पीएसी के साथ आए और उन्होंने मंदिर को ध्वस्त कर दिया। लोगों ने यूपी सरकार और स्थानीय प्रशासन से इस घटना से संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
साभार : dainikbhaskar.com |
Aug 05, 2013, 16:37PM

Sunday, August 4, 2013

5000 साल पहले का "विमान" मिला है

अक्सर अंग्रेजी स्कूलों के कुछ ज्यादा ही पढ़े लिखे तथा हरामी सेकुलरों में यह कहने का फैशन चल पड़ा है कि..... महाभारत तो एक काल्पनिक घटना है .... और, इसका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है...!

लेकिन.... यह लेख एवं जानकारी ... उन मनहूस सेकुलरों के मुंह पर एक जोरदार तमाचा मारते हुए...... उनके मुंह पर कालिख पोत रहा है...!

दरअसल.... ओसामा बिन लादेन नामक इस्लामी आतंकवादी को खोजते हुए..... अमेरिका के सैनिकों को ...... अफगानिस्तान (कंधार) की एक गुफा में ........ 5000 साल पहले का "विमान" मिला है..... जिसे महाभारत काल का बताया जा रहा है.....!

सिर्फ इतना ही नहीं... बल्कि.... Russian Foreign Intelligence ने साफ़ साफ़ बताया है कि.... ये वही विमान है जो संस्कृत रचित महाभारत में वर्णित है.... और, जब इसका इंजन शुरू होता है तो बड़ी मात्रा में प्रकाश का उत्सर्जन होता है।
हालाँकि.... इस न्यूज़ को भारत के बिकाऊ मिडिया ने महत्व नहीं दिया..... क्यों कि, उनकी नजर में .... भारत के हम हिंदूओ की महिमा बढ़ाने वाली ये खबर .... सांप्रदायिक है...!!

ज्ञातव्य है कि.... Russian Foreign Intelligence Service (SVR) report द्वारा......... 21 December 2010 को एक रिपोर्ट पेश की गयी .... जिसमे बताया गया है कि.... ये विमान द्वारा उत्पन्न एक रहस्यमयी Time Well क्षेत्र है.... और, जिसकी खतरनाक electromagnetic shockwave से ये अमेरिका के सील कमांडो मारे गये या गायब हो गये... तथा, इसी की वजह से कोई गुफा में नहीं जा पा रहा है ।

शायद आप लोगों को याद होगा कि.... महाराज धृतराष्ट्र की पत्नी गांधारी एवं मामा शकुनि गंधार के ही थे...!

महाभारत में ... इस विमान का वर्णन करते हुए कहा गया है कि.....

हम एक विमान ... जिसमे कि चार मजबूत पहिये लगे हुए हैं.... एवं परिधि में बारह हाथ के हैं... इसके अलावा 'प्रज्वलन पक्षेपत्रों ' से सुसज्जित है ..... परिपत्र 'परावर्तक' के माध्यम से संचालित होता है .... और, उसके अन्य घातक हथियारों का इस्तेमाल करते हैं.

जब उसे किसी भी लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर पक्षेपित किया जाता है तो...., तुरंत वह 'अपनी शक्ति के साथ यह भस्म' कर देता है ... और, जो जाते समय जो एक 'प्रकाश की शाफ्ट' का उत्पादन किया.

( जाहिर सी बात है कि... महाभारत में विमान एवं मिसाइल की बात की जा रही है )

हमारे महाभारत के इसी बात को..... US Military के scientists ........ सत्यापित करते हुए यह बताते हैं कि..... ये विमान 5000 हज़ार पुराना (महाभारत कालीन) है .....और, जब कमांडो इसे निकालने का प्रयास कर रहे थे तो ये सक्रिय हो गया ...जिससे इसके चारों और Time Well क्षेत्र उत्पन्न हो गया ........ और, यही क्षेत्र विमान को पकडे हुए है......... इसीलिए , इस Time Well क्षेत्र के सक्रिय होने के बाद 8 सील कमांडो गायब हो गए।

जानकारी के लिए बता दूँ कि...... Time Well क्षेत्र........ विद्युत चुम्बकीये क्षेत्र होता है...... जो हमारे आकाश गंगा की तरह सर्पिलाकार होता है ।

वहीं....... एक कदम आगे बढ़ कर.... Russian Foreign Intelligence ने तो साफ़ साफ़ बताया कि....... ये वही विमान है जो संस्कृत रचित महाभारत में वर्णित है।

सिर्फ इतना ही नहीं..... SVR report का कहना है कि यह क्षेत्र 5 August को फिर सक्रिय हुआ था........ जिससे एक बार फिर electromagnetic shockwave नामक खतरनाक किरणें उत्पन्न हुई... और, ये इतनी खतरनाक थी कि ..... इससे 40 सिपाही तथा trained German Shepherd dogs भी इसकी चपेट में आ गए।

ये प्रत्यक्ष प्रमाण है..... हमारे हिन्दू सनातन धर्म के उत्कृष्ट विज्ञान का......... और, साफ साफ तमाचा है उन सेकुलरों और, मुस्लिमों के मुंह पर..... जो हमारे हिन्दू सनातन धर्म पर उंगली उठाते हैं .... और, जिन्हें महाभारत एक काल्पनिक कथा मात्र लगती है....!

जागो हिन्दुओं और पहचानो अपने आप को.......
पहचानो अपने गौरवशाली इतिहास को........!

जय महाकाल....!!!

References :
http://www.youtube.com/watch?v=ft_bcN8sfFA

http://webcache.googleusercontent.com/search?q=cache%3Ahttp%3A%2F%2Freinep.wordpress.com%2F2011%2F10%2F09%2F5000-year-old-viamana-craft-was-found-in-afghanistan%2F


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English Text


5000 YEAR OLD VIAMANA CRAFT WAS FOUND IN AFGHANISTAN

Vimana1
Found this report, I had not seen this one before so I thought I pass it on to my readers.  It tells the real story of the Seal team that was killed in Afghanistan May 2 2011. The report tells about a truly shocking Russian Foreign Intelligence Service (SVR) report circulating in the Kremlin states that nearly 50 American military troops and technicians have been “obliterated” after the “activation” of the “Time Well” holding an ancient “Vimana” flying craft discovered late last year and believed to be over 5,000 years old. In our 21 December 2010 report World Leaders Flock To Afghanistan After Mysterious ‘Time Well’ Discovered we first detailed this incredible discovery and as we can, in part, read:
“What caused the sudden rush of these most powerful leaders of the Western World to go to Afghanistan, this report continues, was to directly view the discovery by US Military scientists of what is described as a “Vimana” found entrapped in a “Time Well” that has already caused the “disappearance” of at least 8 American Soldiers trying to remove it from the cave it has been hidden in for the past estimated 5,000 years.
From the ancient accounts found in the Sanskrit epic The Mahabharata, we know that a Vimana measured twelve cubits in circumference, with four strong wheels. Apart from its ‘blazing missiles’, The Mahabharata records the use of its other deadly weapons that operated via a circular ‘reflector’. When switched on, it produced a ‘shaft of light’ which, when focused on any target, immediately ‘consumed it with its power’.
vimana2
To the “Time Well” encasing the Vimana, this report continues, it appears to be an electromagnetic radiation-gravity field first postulated by Albert Einstein as the Unified Field Theory and long rumored to be behind the infamous American World War II experiment in teleportation called the Philadelphia Experiment that in 1943, like the events occurring in Afghanistan today, likewise, caused the sudden “disappearance” of US Soldiers. The seemingly “perpetual” power source to this mysterious “Time Well”, this SVR report says, appears to be based on the technology of Edward Leedskalnin, who claimed to have discovered the “Secret Knowledge of the Ancients” and from 1923-1951 “single-handedly and secretly” carved over 1,100 tons of coral rock by an unknown process that created one of the World’s most mysterious accomplishments known as the Coral Castle.
Most intriguing of all about this report is its stating that not just any Vimana has been discovered, but from the ancient writings contained in the cave where it was discovered, it claims that its “rightful owner” is the ancient prophet Zoroaster who was the founder of arguably one of the most important religions of all time called Zoroastrianism.” This new SVR report states that on 31 July, 3 US Marine Corps Special Operations Command Forces soldiers, and their specially-trained German Shepherd dog able to alert them to sudden changes in electromagnetic fields, were “incinerated” when the “Time Well” holding the “Vimana” activated without notice due to what is believed to have been a “reaction” from a powerful solar-blast that hit our Earth’s ionosphere. The US Department of Defense in announcing the tragic deaths of these soldiers only acknowledged that these US Marines and their dog had been killed in a “non-combat related” incident related to fire. Following this 31 July incident, this SVR report continues, the “Time Well” holding the “Vimana” was in the process of its being moved from its original location in Herat Province, Afghanistan, to Wardak Province where it was intended to be flown back from Kabul to the United States for further examination and study.
Usama Bin Ladin killed 2001
The method chosen for the transporting of the “Time Well” holding the “Vimana” was by airlifting it with a US Army CH-47F Chinook helicopter and protected it with an elite team of US Navy Seals flying separately in 4 of their super-secret stealthy Blackhawk-type helicopters first known to exist after one of them crashed in Pakistan during the 2 of May and the alleged American raid to kill Osama bin Laden.
Vimana3
Upon nearing Kabul, however, this SVR report says this mysterious “Time Well” was once again suddenly “activated” on 5 August causing an electromagnetic shockwave to “obliterate” everything in the air near it and “incinerating” all of the helicopters in this air-convoy killing nearly 40 more US troops and technicians along with another of their specially trained German Shepherd dogs. The US government and their propaganda media enablers have, of course, denied the truth of this catastrophic incident opting instead to spin one of their fairy tales, and which in this case says that the deaths of these American soldiers was due to their being shot-down by a rocket propelled grenade while they were all travelling together in a US Army CH-47F Chinook helicopter. This SVR report, however, contradicts these American claims by noting that is against all US military rules to ever allow their Special Forces troops (especially their elite Navy Seals) to either fly together in such numbers or to fly into combat in anything other than their own stealth aircraft. The reason this is so, the SVR says, is exactly to keep from happening what the US is saying did happen, namely a mass loss of life of the most highly-trained forces in the American military arsenal and as we can, in part, read:
“Normally, JSOC commandos ride in tricked-out helicopters including stealth models belonging to the Army’s 160th Special Operations Aviation Regiment. But this weekend the SEALs hitched a ride in what was apparently a run-of-the-mill Army National Guard chopper.”
Late yesterday the US Special Operations Command also stated that “multiple investigations” into this incident were now underway as no certain cause for this tragic incident has yet been officially indentified, but with some experts floating the “new story” that a new type of Taliban weapon may have been involved.
Marine Colonel David Lapan
Even more curious about the American cover-up of this tragedy was Pentagon spokesman Marine Colonel David Lapan telling reporters during an off camera briefing that “no identifiable remains” of these US servicemen and the Chief of the secretive US Special Operations Command began lobbying against the release of names of those elite American commandos killed, though many have been indentified through their death notices in local hometown newspapers. President Obama, who in 2009 lifted the media ban imposed by the Bush regime on the photographing of returning US war dead, suddenly reversed himself yesterday by ordering the Pentagon not to allow any media coverage of the heroic war dead returning from Afghanistan; though he did attend their return personally in what this SVR report says was his attempt to “plead” with returning survivors of this tragedy not to ever allow the truth of what really happened to be known. To the likelihood of the American people ever accepting the truth of what really happened, instead of the lies they are being told, it appears unlikely as scientists from the Rensselaer Polytechnic Institute in New York have long found that if just 10 percent of the population believes something, their belief will always be adopted by the majority of the society.

नरेश अग्रवाल की कहानी


आज नरेश अग्रवाल का बयान देखा -"राजा जो भी करता है एकदम ठीक और सही करता है ..राजा के आदेश पर किसी को भी ऊँगली उठाने का अधिकार नही है"

यूपी के बहार के मित्र इस गिनीज बुक रिकार्ड में दलबदल का रिकार्ड दर्ज करवाने वाले नरेश अग्रवाल की कहानी नही जानते होंगे ..

१९८६ से लेकर आजतक ये इसकी तशरीफ का एलाइन्मेन्ट किसी भी मिस्त्री ने ठीक नही कर पाया ..कमबख्त किसी भी पार्टी में पांच साल से ज्यादा नही टिकती .. लेकिन ये बिना पेंदे का लोटा सिर्फ उसी पार्टी में शामिल होता है जिसकी सरकार बनी हो या बनने वाली हो .. इमान, मुद्दे, आत्मसम्मान,आदि शब्द जैसे इसके डिक्शनरी में है ही नही |

जब यूपी में कांग्रेस की तूती बोला करती थी तब ये घोर कांग्रेसी था .... फिर जब यूपी में बीजेपी मजबूत हुई तो ये कुछ कांग्रेसियो को तोडकर लोकतान्त्रिक कांग्रेस बनाकर कल्याण सिंह सरकार में मंत्री बन गया ..फिर जब मुलायम सिंह की सत्ता आई तो ये घोर समाजवादी बन गया ..फिर जब मायावती की सत्ता आई तो ये घोर बसपाई बन गया ..फिर वापस जब अखिलेश की सत्ता आई तो ये घोर सपाई बन गया |

यूपी के लोग इसके बारे में कहते है ये किसी भी पार्टी की टोपी फेकता नही है बल्कि बक्से में रख देता है क्योकि पांच साल के बाद पता नही कौन से पार्टी की टोपी पहननी पड़े |

ये यूपी के चंद उन राजनीतीक लोगो में शामिल है जिन्होंने राजनीती के माध्यम से अरबो का साम्राज्य खड़ा किया है .. इसकी कुल सम्पति लगभग तीन सौ करोड़ के आसपास होगी ..जिसमे दिल्ली में एक बगला, लखनऊ के चार चार आलिशान बंगले, हरदोई, संडीला में कई सौ एकड़ जमीन और शापिंग माल, लखनऊ और बरेली के मॉल, मुंबई में दो फ़्लैट, आदि शामिल है

मुझे याद है जब यूपी के चुनाव का बिगुल बज चूका था तब ये एन पहले बसपा छोड़कर सपा में शामिल हो गया ..तब एक टीवी चैनेल पर वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला ने कहा की अब यूपी में अगली सरकार सपा की बनेगी .. लोगो ने पूछा आप को कैसे पता ? तो प्रभु चावला ने कहा की नरेश अग्रवाल यूपी की सत्ता के बैरोमीटर है चुनाव के पहले वो जिस दल में शामिल हो तो समझ लो की उसी पार्टी की सरकार बनने वाली है |


Paid मीडिया का रोल

क्या मोदी सरकार पिछली यूपीए सरकार की तुलना में मीडिया को अपने वश में ज्यादा कर रही हैं? . यह गलत धारणा पेड मीडिया द्वारा ही फैलाई गयी है ...