हृदय करे चीत्कार, मोदी जी अब शुरू करो कांग्रेस का संहार,
बहुत हो चुका इक्का-दुक्का हो अब धुवांधार |
सांप सपोले बहुत हो गए जगह नहीं अब शेष,
दूध पिलायें इनको कितना बहुत खा चुके ठेस,
जिसको अपना समझ के पाला हाय रे मेरे देश,
लज्जित करके तुमको दिखाया अपना पापी भेष,
इनको जब तक माफ करोगे, सब सहेगें अत्याचार,
हृदय करे चीत्कार, मोदी जी अब शुरू करो कांग्रेस का संहार,
बहुत हो चुका इक्का-दुक्का हो अब धुवांधार |
बरसों बीते देख के इनके नाटक वो जज्बाती,
परोपकार का ओढ़ के चोला ऐसा रंग जमाती,
रंग बदलना इनका देख कर गिरगिट भी शर्माती,
लुटा देश को इसने इतना जिह्वा बोल न पाती,
कब तक यूँ हम सहते रहेंगें इनका घोर प्रहार,
हृदय करे चीत्कार, मोदी जी अब शुरू करो कांग्रेस का संहार,
बहुत हो चुका इक्का-दुक्का हो अब धुवांधार |
धरती बदली अम्बर बदला बदली सूरत और सीरत,
एक चीज़ जो अडिग अटल है इनकी कपटी नीयत,
देश को हर जगह से इसने नोच-नोच कर लूटा,
देश-प्रेम कर्त्तव्य से इनका बरसों से नाता छुटा,
अति हो चुकी मोदी जी अब लो हाथ उठा तलवार,
हृदय करे चीत्कार, मोदी जी अब शुरू करो कांग्रेस का संहार,
बहुत हो चुका इक्का-दुक्का हो अब धुवांधार |
जय महाकाल ।।
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