Saturday, April 20, 2013

हम हमेशा AAP के पीछे ही क्यों पड़े रहते हैं

कुछ लोग कहते हैं कि हम हमेशा AAP के पीछे ही क्यों पड़े रहते हैं, अब देखिए दामिनी का रेप हुआ था, देशी मीडिया तथा विदेशी मीडिया और जनता भी दामिनी के रेप से बहुत दुखी थी, तो AAP फट से मीडिया के कैमरे देख कर सड़कों पर आ गयी कि चलो सड़कों पर मीडिया है जनता है अपने नम्बर लगेंगे, और जैसे ही मीडिया ने दामिनी के केस को दिखाना बंद किया दिल्ली की सड़कों पर से झट से AAP ने भी उछल- कूद मचाना बंद कर दिया..

क्या किसी को पता है कि AAP का कोई भी नेता दामिनी केस के बाद एक दिन भी दामिनी के घर उनके माँ- बाप का हाल पूछने गया हो....??

दामिनी से लेकर कल तक सिर्फ दिल्ली में ही 370 बलात्कार हुए, क्या किसी भी बलात्कार के केस में AAP को सड़कों पर उछल कूद मचाते देखा...?? 

शायद नहीं देखा होगा क्योंकि उन केसों को खुद मीडिया ने तव्वजो नहीं दिया, तो बेचारे AAP वाले भी बेकार में क्या करते सड़कों पर आकार जब मीडिया वालों के कैमरे ही नहीं थे,..??

पर गुडिया के केस को जैसे ही मीडिया ने हाथों में लिया एक बार फिर जामत- ऐ- AAP फट से सड़कों पर आ गयी, क्या AAP केवल मीडिया तथा कैमरों की ही चका- चौंध में अपनी नौटंकी करना जानती है...??

मैं पूछना चाहता हूँ इस पेज पर AAP के समर्थकों से दामिनी के बाद से अगले 370 बलात्कारों के केस में कहाँ छुपी बैठी थी आप की जामत- ऐ-AAP....??

यदि अंध भक्ति ना की जाए तो जामत- ऐ- AAP का देशद्रोही चेहरा सबके आगे है, पर यदि अंधभक्ति में जिया जाए तो फिर तो शायद ये देश को पाकिस्तान के हाथों भी बेच कर खा जाएँ फिर भी AAP के अंध भक्तों की आंखे नहीं खुलेंगी...??

जय हिन्द



Friday, April 19, 2013

दिल्ली में ५ साल की बच्ची के साथ बलात्कार हुआ - where is Sheila Dixit?

जिनकी औकात नहीं पखाना साफ़ करने की भी वो देश के प्रधानमन्त्री बने बेठे है...

देश की बचिया सुरक्षित केसे रह सकती है............................?

शीला की दिल्ली आज फिर से शर्मशार हुई हैं >>>>>>>

दिल्ली सरकार की सफलतम योजना....... "शीला बलात्कार योजना" के तहत एक और बलात्कार सामने आया हैं| दामनी-केस के बाद अब तक लगभग 150 रेप दिल्ली मे शीला की देख-रेख मे सम्पन्न हो चुके हे

अब देखते जाइए क्रीम-पाउडर लगा कर महिला-आयोग की सुंदर सी 'महिला' शीला की जवानी की कसम खा कर मोदी-भाजपा-आरएसएस को जिम्मेदार ठराएंगी, तो दूसरी तरफ इंसानियत के ठेकेदार फिर से मोमबत्ती जला के बलात्कार पीडिता को न्याय दिलवाएंगे | इस बार तो अनशन की भी खूब डिमांड हैं, हो सकता हे कि खुजलीवाल-गेंग को भी काम मिल जाए ....... अरे भाई चुनाव नजदीक जो हे

हो रहा भारत निर्माण........... जय श्री राम

गुजरात में अगर कोई घटना हो तो मोदी जिम्मेदार-मीडिया
और अगर घटना दिल्ली में होतो समाज जिम्मेदार
तो फिर दिल्ली में सरकार क्या लहसुन छीलने के लिए हे


मिडिया और कांग्रेस के अनुसार गुजरात में एक पत्थर भी इधर उधर हो जाये तो उसमे मोदी जी का हाथ है... और दिल्ली में पांच साल की"गुड़िया" का रेप हुआ है उसमे समाज जिम्मेदार है.. अगर यही रेप गुजरात में हुआ होता तो मीडिया औरकोंग्रेस अब तक मोदी जी के इस्तीफे के साथसाथ उनका सर भी मांग लेती...

दिल्ली में ५ साल की बच्ची के साथ बलात्कार हुआ , ये बहुत ही घिनौना और निंदनीय कृत्य है, इसके लिए तो फांसी की सजा भी कम है.........

परन्तु रेप जैसे संवेदनशील मामले पर "आम आदमी पाटी" के कार्यकर्ताओं का उसमें भी वोट पाने की जुगाड़ देखना , ये वाकई में "आम आदमी पार्टी" के कार्यकर्ताओं का चुल्लू भर पानी में डूब के मर जाने जैसा होगा.............!!!!

जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही उस बच्ची के पेट से डॉक्टरों को प्लास्टिक की शीशी और मोमबत्ती मिली हैं। रेप की शिकार बच्ची के पिता ने एक बड़ा खुलासा किया है। उसके मुताबिक सोमवार को ही बच्ची के लापता होने की रिपोर्ट पुलिस के पास दर्ज कराने गया था लेकिन पुलिस ने उसे 'चुप रहने' के लिए 2000 रुपये देने को कहा था। हालांकि पुलिस इससे इनकारकर रही है। लेकिन हद तो तब हो गई जब राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा से पूछा गया कि वह इस मामले में क्या कार्रवाई करेंगी। ममता शर्मा का जवाब था, 'आज छुट्टी का दिन (रामनवमी) है। हम इस पर कल कार्रवाई करेंगे।'


जब तक देश के लोगो को शार्लीन चोपडा और सन्नी लिओन जेसी रजिस्टर्ड सरकारी वेश्यायो की नग्नता के बारे मे मीडिया और टीवी जागरूक करती रहेगी तब तक एसे पाप कमजोर और मासूम बच्चीयो और महिलयो के साथ होते रहेंगे.............


नारी ने अपने को सिर्फ भोग की वस्तु बनाकर आखिर क्या पाया ?=====
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जब वोडाफोन के एक विज्ञापन में दो पैसो मे लड़की पटाने की बात की जाती है तब कौन ताली बजाता है?

हर विज्ञापन ने अध्-नंगी नारी दिखा कर ये विज्ञापन एजेंसिया / कम्पनियाँ क्या सन्देश देना चाहते है इस पर कितने चेनल बहस करेंगे ?

पेन्टी हो या पेन्ट हो, कॉलगेट या पेप्सोडेंट हो, साबुन या डिटरजेण्ट हो , कोई भी विज्ञापन हो, सब में ये छरहरे बदन वाली छोरियो के अधनंगे बदन को परोसना क्या नारीत्व के साथ बलात्कार नहीं है?

फिल्म को चलाने के लिए आईटम सॉन्ग के नाम पर लड़कियो को जिस तरह मटकवाया जाता है या यू कहे लगभग आधा नंगा करके उसके अंग प्रत्यंग को फोकस के साथ दिखाया जाता है वो स्त्रीयत्व के साथ बलात्कार करना नहीं है क्या?

पत्रिकाए हो या अखबार सबमे आधी नंगी लड़कियो के फोटो किसके लिए और सिखाने के लिए भरपूर मात्रा मे छापे जाते है? ये स्त्रीयत्व का बलात्कार नहीं है क्या?

दिन रात , टीवी हो या पेपर , फिल्मे हो या सीरियल, लगातार स्त्रीयत्व का बलात्कार होते देखने वाले, और उस पर खुश होने वाले, उस का समर्थन करने वाले क्या बलात्कारी नहीं है ?

संस्कृति के साथ , मर्यादाओ के साथ, संस्कारो के साथ, लज्जा के साथ जो ये सब
किया जा रहा है वो बला त्कार नहीं है क्या? निरंतर हो रहे नारीत्व के बलात्कार के
समर्थको को नारी के बलात्कार पर शर्म आना उसी तरह है जैसे मांस खाने वाला , लहसुन प्याज पर नाक सिकोडे

जिस देश में"आजा तेरी _ मारू , तेरे सरसे _ का भूत उतारू"जैसा गाना गाने वाला हनीसिंह ,सीरियल किसर कहे जाना वाला इमरान हाशमी, और इसी तरह का नंगा नाच फैलाने वाले भांड युवाओ के"आइडल"बन रहे हो वहा बलात्कार और छेडछाड़ की घटनाए नहीं तो और क्या बढ़ेगा?

कुल मिलाकर मेरे कहने का अर्थ ये है भाई कि, जब हम स्त्रीयत्व का सम्मान करना सीखेंगे तभी हम नारी का सम्मान करना सीख पाएंगे। इस तरह के काम करने वाली नारियाँ नारी जाति के नाम पर एक धब्बा हैँ जो जितनी जल्दी मिट जाये अच्छा!!!




लगता है भारत सरकार देश को फिर एक रेप आन्दोलन में फसा के कोई बड़ा काम चोरी छुपे करने की योजना पर अम्ल कर रही है...........

जैसे "निर्भया रेप केस" एक हफ्ते बाद मीडिया ने हाईलाइट कर बूम पर चड़ाया और फिर सरकार के ही आदेश पर अचानक पुरे आन्दोलन की हवा निकाल आन्दोलन को कमजोर किया.........

इस केस को आन्दोलन का रूप देकर दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए "कांग्रेस" विरोधी वोटो के बटवारे के लिए "आप" पार्टी के लिए जमीन तैयार कराने का प्रयास भी साथ साथ...........

मनमोहन सिंह जैसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री को जे पी सी द्वारा क्लीन चिट पर ज्यादा फजीहत न हो उसे दबाने में ये आन्दोलन मददगार साबित होगा.................

पर इससे बलत्कार की बडती घटनाओं पर कोई अंकुश नहीं लगेगा, "निर्भया" के अपराधी आज भी जीवित है................









दिल्‍ली हुई और ज्‍यादा असुरक्षित - where is Sheila Dixit?

ऐसा लगता है कि देश की राजधानी दिल्ली पर गुनाह का कब्जा हो गया है. ऐसा खुद दिल्ली पुलिस के आंकड़े ही कह रहे हैं.

इस साल के शुरू के 3 महीने में यहां इतने गुनाह हो गए हैं, जो पिछले साल के मुकाबले कई सौ फीसदी तक ज्यादा हैं. 16 दिसंबर की वारदात और उसके बाद देशभर में महिला सुरक्षा को लेकर उठी आवाज के बावजूद पिछले तीन महीने में यौन उत्पीड़न और रेप की इतनी वारदात हुई है, जो पिछले साल से 590 फीसदी तक ज्यादा है.

दिल्‍ली हुई और ज्‍यादा असुरक्षित

क्राइम के आंकड़ों पर नजर डालें, तो साल के पहले तीन महीनों में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. इनमें रेप में डेढ़ सौ फीसदी और छेड़छाड़ में 600 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा असुरक्षित जगह दिख रही है.

हर तरह के अपराध में इजाफा

एक जनवरी से 24 मार्च के दौरान हुए बाकी अपराध पर नजर डालें, तो अपहरण के मामलों में 53 फीसदी, डकैती के मामलों में 65 फीसदी और झपटमारी के मामलों में 73 फीसदी का इज़ाफा हुआ है.

मेरा सवाल ...

१. आईपीएल में अगर लड़की नहीं नाचेगी तो क्या मैच नहीं होगा

२. अगर उनकी जगह लड़के नाचे तो क्या आसमान फट जाएगा

३. क्या ये नारी की नग्नता और कामुकता का बाज़ार है

४. अगर औरत ही नाच रही है ..तो क्या चड्ढी- बनियान से ज्यादा कपडे बैन है?

भारतीय समाज को क्या दिखाना चाहते है ... की जीवन का हर कार्य .. औरत को पाने के लिए है ? हर विज्ञापन में येही दिखाया जाता है की ये सामान लोगे तो तुम्हे लड़की मिलेगी/पटेगी औरत को की निशाने और टारगेट में रख के हर कार्य होना चाहिए हर चीज को औरत के भोगवाद से जोड़ देना चाहते होपाश्चात्य संस्कृति को पूरी तरह स्लो-पाइजन की तरह दिया जा रहा हैमै इस कदम की घोर निंदा करती हु ..

....और सरकार से दरख्वास्त भी है ..की इस फूहड़ तरीके को बंद किया जाए !!


अभी एन.डी.टी.वी. पर कुछ फ़ेक लोग बैठकर पाँच वर्षिया बच्ची के साथ हुए बर्बर बलात्कार के बारे में फ़ेक बातें कर रहे थे। प्रोग्राम के ख़त्म होते ही जो पहला विज्ञापन स्क्रीन पर आया वो कोबरा डिओ का था। इसमें दिखाया गया कि इमरान हाशमी ने जैसे ही कोबरा डिओ लगाया, उसके बदन से कई लड़कियाँ लिपट गईं। मार्केट द्वारा स्त्री देह का बाज़ारीकरण भी एक बड़ा कारण है कि अधिकांश पुरुष स्त्री को केवल एक देह मानने लगे हैं।

'आप' की सारी दुकानदारी

ये मानां कि 'आप' की सारी दुकानदारी दिखावे पर ही चल रही है और बिना टी . वी . कवरेज के तुम लोग उसी तरह फड़फडाने लगते हो जैसे कोई मछली पानी के बिना पर कुछ तो शर्म करो, कुछ तो जगह और परिस्थितियों का ख्याल रखो, कुछ तो मानवीय मूल्यों की गरिमा बनाये रखो।

हर जगह हाथ में तिरंगे को अपनी बपौती समझ कर फहराना और नारेबाजी करना शोभा नहीं देता। स्वयंभू सत्यवादी हरिश्चन्द्र को प्रधानमंत्री बनाने के लिए जो भी हथकंडे अपना सकते हो, खूब अपनाओ पर कहीं तो सीमाओं का ख्याल रखो।

माना कि उस मासूम के साथ हुयी जघन्य वारदात से मन में अत्यंत क्षोभ है पर ये 'आप' को इस बात की इजाजत नहीं देता कि अस्पताल के अन्दर घुसकर हुडदंग करो, डाक्टरों के साथ बत्तमीजी करो, एम्बुलेंस के अन्दर घुसकर दुर्व्यवहार करो और पुलिस प्रशासन को उनके कर्तव्यों के निर्वहन से रोको।

माना कि मन में गुस्सा था पर कौन सा कानून इस बात की इजाजत देता है कि ड्यूटी कर रहे एक पुलिस अधिकारी के साथ गली गलौज करो, उसकी वर्दी फाड़ने का प्रयास करो और उसके ऊपर हाथ उठाओ, जबकि वो अस्पताल के अन्दर 'आप' के हुडदंग को रोकने का उचित प्रयास कर रहा था। और अगर किसी को लगता है कि उसे अपना गुस्सा निकालने की आड़ में ये सब करने का अधिकार है तो मेरी नजर में सम्बंधित पुलिस अधिकारी को भी हुडदंगियों को सबक सिखाने का पूरा अधिकार है, फिर चाहे वो कोई महिला हो या पुरुष। सच तो ये है कि 'आप' लोग केवल टी . वी . कैमरा में छाने के लिए इस तरह की छिछोरी हरकतें करते हैं और छिछोरों या छिछोरियों को माकूल सबक सिखाना ही उनका इलाज होता है।

हिन्दुओं का धर्मान्तरण केस



हिन्दुओं पे हो रहे चौतरफे आक्रमण में एक है हिन्दुओं का धर्मान्तरण । लेकिन धन्यवाद डॉ स्वामी का ,
अब यदि किसी को भय, लालच , बरगलाने अथवा धोखे से धर्मान्तरित किया जाता है तो वह एक अपराध माना जायेगा ( इसके पहले किसी भी तरीके से किया गया धर्मान्तरण कानूनी वैध था )
डॉ स्वामी द्वारा हिंदुत्व को दिए गए इस एक और सौगात के लिए हिन्दुराष्ट्र का साधुवाद !

(http://indiawires.com/12875/news/national/dr-swamy-wins-case-against-induced-religious-conversion/)

कौन है राम?

बाबर हमलावर था मन में गढ़ लेना
इतिहासों में लिखा है ये पढ़ लेना
जो तुलना करते हैं बाबर-राम की
उनकी बुद्धि होगी किसी गुलाम की

राम हमारे गौरव के प्रतिमान हैं
राम हमारे भारत की पहचान हैं
राम हमारे घट-घट के भगवान् हैं
राम हमारी पूजा हैं अरमान हैं
राम हमारे अंतरमन के प्राण हैं

राम दवा हैं रोग नहीं हैं सुन लेना
राम त्याग हैं भोग नहीं हैं सुन लेना
राम दया हैं क्रोध नहीं हैं जग वालो
राम सत्य हैं शोध नहीं हैं जग वालों
राम हुआ है नाम लोकहितकारी का
रावण से लड़ने वाली खुद्दारी का

राम नहीं है नारा, बस विश्वाश है
भौतिकता की नहीं, दिलों की प्यास है
राम नहीं मोहताज किसी के झंडों के
सन्यासी, साधू, संतों या पंडों के

राम नहीं मिलते ईंटों में गारा में
राम मिलें निर्धन की आँसू-धारा में
राम मिलें हैं वचन निभाती आयु को
राम मिले हैं घायल पड़े जटायु को
राम मिलेंगे अंगद वाले पाँव में
राम मिले हैं पंचवटी की छाँव में

राम मिलेंगे मर्यादा से जीने में
राम मिलेंगे हनुमान के सीने में
राम मिले हैं वचनबद्ध वनवासों में
राम मिले हैं केवट के विश्वासों में
राम मिले अनुसुइया की मानवता को
राम मिले सीता जैसी पावनता को

राम मिले ममता की माँ कौशल्या को
राम मिले हैं पत्थर बनी आहिल्या को
राम नहीं मिलते मंदिर के फेरों में
राम मिले शबरी के झूठे बेरों में

मै भी इक सौंगंध राम की खाता हूँ
मै भी गंगाजल की कसम उठाता हूँ
मेरी भारत माँ मुझको वरदान है
मेरी पूजा है मेरा अरमान है
मेरा पूरा भारत धर्म-स्थान है
मेरा राम तो मेरा हिंदुस्तान है
मेरा राम तो मेरा हिंदुस्तान है॥

अयोध्या में मिले थे 3-3 मंदिर के प्रमाण



अयोध्या में मिले थे 3-3 मंदिर के प्रमाण
आज राम नवमी के शुभ अवसर पर हम आप को बताते हैं के अयोध्या भूमि जहाँ बाबरी ढांचा धाया गया था वहां अदालत द्वारा उत्खंनन के आदेश के बाद क्या मिला था .... तो सुनिए .. राम जन्म भूमि की excavation में मिले एक नहीं तीन मंदिर
सब से नीचे की सतह पर मिला एक नौवी शती का शिव मंदिर
उस के उप्पर मिला ईंटों से बना हुआ का मंदिर
और सब से उप्पर था 1200 में बनाया गाया पत्थर का मंदिर
इसी मंदिर को बाबर के आदेश पर तोड़ दिया गया था और जमीन पर इसी के स्तंभों को रख कर इसी में मन्दिर का बाकि मलबा भर के मस्जिद बनाई गयी। जिसे बनाने में मंदिर की ही ईंटें , मूर्तियाँ और मलबा प्रयोग किया गया , इस चित्र में देखिये वोह मूर्तियाँ जिन के अवशेष उत्खनन में मिले
 

हिन्दू चैनल

क्या 100 करोड़ हिन्दू मिलके अपना चैनल नहीं खोल सकते है ! खोल सकते है लेकिन हिन्दू मे एकता नहीं है ! और शायद दिमाग नहीं है !
आज बहुत जरूरी है हिन्दू टीवी न्यूज़ चैनल खोलना ! जल्दी से जल्दी ईसके लिए कोसिस करनी पड़ेगी !
साउथ इंडिया मै , तमिल और मलयालम मै !और बाकी भारत मै हिन्दी मै ! और इंग्लिश मै चैनल खोलने की बहुत ही जरूरत है !
अगर 100 रुपये एक घर से मिले और एक लाख घर से लिए जाए तो कुल मिला के 10000000 (एक सौ लाख यानि 10 करोड़ होता है ! क्या इतना काफी नहीं है हिन्दू चैनल खोलने के लिए !
अगर आप लोग मै से केवल 1000 आदमी ये कोसिस करे तो ये काम एक महीने मै पूरा हो सकता है और कितने हिन्दुवों को रोजगार के साथ साथ देश और हिन्दू धर्म की भलाई हो सकती है !
मै आप लोगो से राय लेना चाहता हु की आप लोग इस मुद्दे पे क्या कहते है !

Paid मीडिया का रोल

क्या मोदी सरकार पिछली यूपीए सरकार की तुलना में मीडिया को अपने वश में ज्यादा कर रही हैं? . यह गलत धारणा पेड मीडिया द्वारा ही फैलाई गयी है ...