मानवाधिकारवादियों, गांधीवादियों, सुधारवादियों की "घनघोर जीत"...
दिल्ली दुष्कर्म का दोषी "नाबालिग"(????) मोहम्मद अफरोज अपने सुधार गृह(?) में चकाचक मस्ती छानते हुए...
==============
इस बलात्कारी का न्याय यदि मेरे वश में होता, तो मैं इसके पिछवाड़े पर इतने डंडे बरसाता कि न इससे उठते बनता और न बैठते...
मैं गांधीवादी नहीं हूँ... इसका मुझे कतई अफ़सोस नहीं है...
.
No comments:
Post a Comment