Saturday, March 30, 2013

जाने केजरीवाल की असलियत

"जाने केजरीवाल की असलियत" शेयर करना ना भूलें मित्रों-फेसबुक मीडिया

कामनवेल्थ घोटाले के भ्रष्टाचार से बदहाल दिल्ली में स्वामी रामदेवजी के नेतृत्व में एक ऐतिहासिक सभा हुई जिसमे अन्ना हज़ारे, किरण बेदी, विश्वबंधुनाथ, मोलाना रिजवी, आचार्य बालकृष्ण, अरविंद केजरीवाल सहित अनेकों वक्ताओ ने इस घोटाले की निंदा की । इस कार्यक्रम का आयोजन भारत स्वाभिमान ने किया था लिहाजा हजारो देशभक्तों की भीड़ वह मौजूद थी । इसी कार्यक्रम मे अन्नाजी ने अपने पहले अनशन की घोषणा की जिसका आचार्य बालकृष्ण ने समर्थन किया । अन्ना ने अनशन किया मीडिया और जनता ने समर्थन किया देश के लोगो को एक उम्मीद जागी, युवाओ ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया (जैसा की उन्होने दामिनी केस में किया था ) परंतु जिसके मंच, समर्थको और मीडिया कवरेज के बीच इस अनशन की घोषणा की गई थी उसी स्वामी रामदेवजी को इस अनशन मे नहीं बुलाया गया और उन्हे इंगनोर किया गया, सारा आंदोलन केजरीवाल ने केप्चर कर लिया था तभी भारत स्वाभिमान के लोग समझ गए थे केजरीवाल का असली चेहरा । किन्तु अन्ना नहीं पहचान पाये थे खाल मे छिपे .... को । आंदोलन का सारा कमांड अपने हाथ मे रखकर । सारी राशि और समर्थको का डेटा अपने कब्जे मे किया ... अन्ना के नाम पर पूरे देश मे एक संगठन तैयार किया और अन्ना को ही बाहर का रास्ता दिखा दिया इस तरह दूसरी बार साबित किया की जिस थाली मे खाओ उसी मे छेद कर दो । करोड़ो अन्ना कार्ड बेचे जिसमे चार पाँच संदेश आकार रह गए और लोगो का पैसा पानी मे गया । संगठन मे किरण बेदी ने उनका चेहरा उजागर किया तो उन्हे भी बाहर कर दिया । अब बारी है इनका असली चेहरा देखने की । पहले लोकपाल के रूप मे सर्वोचता हासिल करने का ख्वाब टूटने के बाद अब निगाह है दिल्ली मुख्यमंत्री की कुर्सी पर । भाड़ मे जाये देश यदि लोकसभा मे कुछ पाँच दस सीट आ भी गई तो वो कांग्रेस से शेयर कर लेंगे , तर्क होगा सेकुलरिज़्म ... अनशन को मज़ाक बना दिया बिना वजह का अनशन इन दिनो चर्चा का विषय बना हुआ है । आने वाले समय में जहाँ अन्ना हज़ारे और स्वामी रामदेवजी के अनशन की मिसाल दी जाएगी वही इस व्यक्ति की महत्वाकांक्षा ने किस तरह इतने बड़े आंदोलन को क्षति पहुंचाई ये भी लिखा जाएगा । इस देश के इतिहास मे बार-बार धोखा देने वाले आस्तीन के साँप के रूप मे एक ही नाम होगा ..... केजरीवाल !!!

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