Friday, March 22, 2013

संजय दत्त को माफ किया जाना चाहिए ?

क्या सिर्फ बड़ा आदमी, कांग्रेसी मंत्री के पुत्र और कांग्रेसी सांसद के भाई होने मात्र से संजय दत्त को माफ किया जाना चाहिए ?

जो लोग जिसमे जस्टिस मार्कंडेय काटजू भी शामिल है ये सब संजय दत्त से करोडों रूपये लेकर संजय दत्त की माफ़ी के लिए अभियान चला रहे है |

मित्रों, मार्कंडेय काटजू ने कहा था कि 90% भारतीय मुर्ख होते है .. ये बिलकुल सत्य है और उन 90% मुर्ख समुदाय का नेतृत्व खुद मार्कंडेय काटजू कर रहे है ...

मार्कंडेय काटजू ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को भेजे अपने पत्र में जिस एडमिरल नानावटी के हत्या की सजा से माफ़ी का उदारहण दिया है वो मामला और संजय दत्त का मामला बिलकुल अलग है .. इसलिए मैंने कहा की जस्टिस मार्कंडेय काटजू मूर्खो के सरदार है |

नौसेना के एडमिरल और पारसी समुदाय के नानावटी की पत्नी का अवैध सम्बन्घ एक सिंधी युवक बी आहूजा के साथ था .. एक दिन नानावटी ने अपनी बीबी को बोला की वो लड़ाकू शीप लेकर यूनान अभ्यास पर जा रहे है लेकिन उनका दौरा रद्द हो गया और वो घर आये लेकिन उन्होंने जैसे ही बेडरूम में कदम रखा अपनी बीबी को आहूजा के साथ देखा और तुरंत ही सर्विस रिवाल्वर निकालकर आहूजा को शूट कर दिया |

इस मामले में सुनवाई में अजीब पेंच फंसा .. सिंधी समाज के लोग और पारसी समाज में लोग आमने सामने आ गए थे .. मुंबई हाईकोर्ट ने एडमिरल को १० साल कैद की सजा सुनाई .. लेकिन नौसेना ने इस सजा पर एतराज किया और नौसेना के एक प्रतिनिधि मंडल ने तत्कालीन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद से मिले और उनसे अपील किया कि नानावटी ने जो कुछ भी किया वो स्वाभाविक गुस्से की वजह से किया क्योकि कोई भी भारतीय युवक अपनी बीबी को किसी और की बांहों में देखकर अपना आपा खो देगा |

फिर राजपाल वी शंकरानन्द ने एडमिरल की सजा को अपने विशेष अधिकार से माफ़ कर दिया |

मित्रों बाद में एडमिरल नानावटी ने पाकिस्तान के साथ हुई दो दो लड़ाईयो में काफी बहादुरी से लड़े और पाकिस्तानी नौसेना को बर्बाद कर दिया इसके लिए उन्हे कई कई पदक भी मिले |

अब नौसेना के एक जाँबाज अधिकारी जिसने पूरी जिंदगी भारत के लिए लड़ाई लड़ी और एक फ़िल्मी कलाकार से मंत्री बना मंत्री बाप और राज्यसभा सांसद माँ का आवारा बेटा जो बचपन से ही ड्रग और नशे का आदि रहा देशद्रोहीयों और आतंकवादीयों से सम्बन्ध रखा ..क्योकि माँ बाप दोनों अपने कैरियर को ही सम्भालते रहे ...इन दोनों मामलो को कोई महामूर्ख ही आपस में जोड़कर देख सकता है...


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जस्टिस काटजू की आउट ऑफ़ द ब्लू एक स्टेटमेंट आती है की संजय दत्त को माफ़ी दे देनी चाहिए और उसके बाद इस एक स्टेटमेंट की वजह से संजय दत्त की रिहाई पुरे देश में बहस का विषय हो गई |आज पूरा सेकुलर ब्रिगेड संजय दत्त के बचाओ में खुल कर आ गया है | ऐसा लगता है और दीखता है कि यह सब कुछ अचानक हुआ , पर नहीं , यह सब सेकुलर ब्रिगेड की सोची समझी साजिश है | सेकुलर ब्रिगेड के लिए संजय दत्त एक मामूली सा पायदा है | सेकुलर ब्रिगेड संजय दत्त को रिहा कर के एक नजीर बनाने चाहते हैं ताकि जेलों में बंद कई मुस्लिम आतकंवादियों को रिहा किया जा सके और सेकुलरिज्म के नाम पर मुस्लिम वोटों की फसल काटी जा सके | संजय दत्त की रिहाई की वकालत करने वाले बाद में क्या बेंगलोर सीरियल ब्लास्ट के आरोपी अब्दुल नासिर मदनी के स्वास्थ्य का हवाला देकर रिहाई की मांग नहीं करेंगे , क्या यही लोग बाद में मुंबई ब्लास्ट में 20 वर्ष से जेलों में बंद जिहादियों की मानवीय आधार पर रिहाई की मांग नहीं करेंगे | संजय दत्त की रिहाई की मांग सेकुलर ब्रिगेड का एक ट्रेप है | पहले ही देश "दूसरी आजादी" के नाम पर सेकुलर ब्रिगेड के ट्रेप में बचते बचते फंस गया , अब तो चेतना आ जानी चाहिए |

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संजय दत्त को बेशक माफी दे दो
लेकिन उस जज को जरूर ५ साल के लिए जेल में डाल दो |
जिसने संजय दत्त को सजा सुनाई है |
क्योंकि अगर संजय दत्त सही है, निर्दोष है |
तो जाहिर सी बात है, वह जज ही दोषी होगा | जो न्याय का कार्य ठीक से नहीं कर पाया |

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