दुनिया मे कौन आदमी अपने बाप की अर्थी पर बैठ कर खा सकता है? जवाब है हम भारतवासी, चौंक गए ना?
जिन अंग्रजो से लड़ते-२ हमारे बाप-दादाओं ने अपनी जान गवा दी, आज उन्ही अंग्रजो के बनाए हुए घटिया सामान काम मे लेते हुए, गुलामी करते देख कर क्या हमारे पुरखो की आत्मा हमे आशीर्वाद देती होगी? मुझे तो लगता है उनकी आत्माएँ भी बोलती होगी की किन चु..ओं के लिए जान देदी यार?
आज साले हम कूल ड्यूड बन बैठे है, पीटर इंग्लेंड, ली कूपर, ली, लेविस, कार्बन, पार्क आवन्यू, जिलेट, फेर न्ड लव्ली, अंकल चिप्स, लेज़, कुरकुरे, कॅड्बेरी, कोल्ड ड्रिंक, किसान सौस, होर्लिकस, बॉर्न्विटा, कॉम्पलैईन, हेड आंड शोल्डर, सनसिल्क, लॉरेल, आटा भी विदेशी (आशीर्वाद), साला तेल भी विदेशी (फॉर्चून), ओर तो ओर ब्रेड भी विदेशी(मोर्डर्न)
जब तक हम रोज़ाना इन सामानो को काम मे नही लेते हमारा दिन ही नही उगता, ओर फिर बाहर जाकर बताते भी शान से है दोस्त को, भाई ये वही प्रॉडक्ट है जिसे भागने के लिए मेरे पुरखे लड़-२ कर मर गए ओर आज देख मैं उन्ही की अर्थी पर बैठ कर उनको चिड़ा रहा हू|
अब आप ही बताओ हम भारत वासियों से बड़ा ओर कौन चू..या है दुनिया मे, जवाब कॉमेंट करे!
माँ भारती को वापस सोने का शेर बनाने मे मदद करे,
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