Wednesday, March 12, 2014

गजवा-ए- हिन्द

 सेना को कमजोर करना और जनसँख्या अनुपात से बहुत कम सेना रखना, क्या “गजवा-ए-हिन्द” की गुप्त साजिस की तैयारी तो नहीं??????

अमेरिका गुप्तचर एजेंसियों ने “गजवा-ए-हिन्द” साजिस का समय २०२० सूचित किया हैं। कितने पढ़े लिखे मूर्खो को पता है कि यह ‘गजवा-ए- हिन्द” क्या है????. 

पकिस्तान की जनसँख्या सिर्फ 17 . 8 करोड़ है जब की उसकी सेना में 6 . 3 लाख जवान हैं. चीन की जनसँख्या 133 करोड़ है और उनके पास कुल सैनिक 34 लाख हैं, भारत की जनसँख्या 125 करोड़ है और हमारी कुल सेना सिर्फ 13 लाख है.

यदि हम पकिस्तान से तुलना करे तो भारत के पास 6 .3 / 17.8 x 125 = 44 लाख कुल सेना होनी चाहिए. नहीं तो कम से कम चीन जितनी तो अवश्य लेकिन क्या कारण है की इतनी असुरक्षा, बेरोजगारी और आर्थिक विकास के होते हुए भारत के पास सिर्फ 13 लाख सेना है। 

चीन अपनी सेना का तीन चौथाई आतारिक सुरक्षा के लिए प्रयोग करता है जब की भारत की आन्तरिक सुरक्षा चीन से ज्यादा संवेदनशील है लेकिन भारत की सरकार शांत बैठी है. इसके पीछे जरुर कोई साजिस है जिसका समय बहुत करीब आ चुका हो। 

क्या यह अमेरिका द्वारा सूचित “गजवा-ए-हिन्द” की गुप्त साजिस और तैयारी तो नहीं है?? 

जिस देश में इतनी बड़ी संख्या में लोग हों, जहा दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोग हो, जहा सबसे ज्यादा हिन्दू-मुस्लिम दंगे होते हो, जहा दुनिया का सबसे ज्यादा हथियार तस्करी होती हो, जहा 10 देशो की जनसँख्या के बराबर नक्सली सक्रिय जो नव-ईसाई होने की वजह से आक्रामक हो, जिस देश के चारो तरफ दोगले देश हो क्या उस आदेश के पास एक निर्णायक युद्ध लड़ने वाली सेना नहीं होनी चाहिए. 

भारत के पास कम से कम 35 लाख सैनिक होने चाहिए ---जिससे 
१) 22 लाख युवाओ को सेना में भर्ती करके भारत में बढ़ती बेरोजगारी को कम किया जा सके, 
२)किसी भी आपात काल में भारत के प्रशासन तुरंत और प्रभावी को मदद मिल सके , 
३) कोई भी दोगला देश भारत की तरफ आँख न उठाये, 
४) आतंरिक व्यापक दंगे की जिसकी की भारत में सुनियोजित तरीके होने की बहुत आशंका बढ़ गयी है, एक बड़ी सेना प्रभावी रोकथाम कर सकेगी, 
५) आतंरिक व्यापक दंगे होने की स्थिति में नक्सली अपना काम करेंगे क्योकि भारत में लाये गए दसियों लाख छोटे बड़े अति आधुनिक हथियार नक्सलियों और आतंकियों के पास हैं जिसे सिर्फ एक समर्पित सेना ही जबाव दे सकेगी। 

भारत सरकार हर तरह से भारत की सुरक्षा एजेंसियों कमजोर सिर्फ इसलिए कर रही है जिससे भारत से हिन्दुओ को मिटाया जा सके जिसकी दुरगामी योजना भारत से बाहर बैठे हिन्दू विरोधी तकते कर रही है, और भारत के लोग क्रिकेट और लाफ्टर चैलेन्ज देखने में मस्त है

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