Sunday, April 28, 2013

मुद्दा अगर किसी "खान" नाम से जुड़ा हो तो मीडिया के पिछवाड़े में पटाखे छुटने लगते है.

आज़म खान की तलाशी के बाद स.पा का बयान आया की "ये भारत के १२५ करोड़ नागरिकों का अपमान है.."

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क्यूँ भाई ?? कुछ थोड़ी बहुत शर्म बची है या नहीं??
आज़म खान का मतलब पूरा भारत कबसे हो गया??और किस भारत देश की बात कर रहे हो बी भैया,उसी देश की जिसे तुम्हारे इस लाडले नेता ने डायन कहा था...तब तुम्हारे ये तेवर कहाँ थे??

अब बात हमारी महान (???) मीडिया की...

मित्रों देश में कोई भी मुद्दा अगर किसी "खान" नाम से जुड़ा हो तो मीडिया के पिछवाड़े में पटाखे छुटने लगते है..

मोदीजी के लिए बिना वजह का बवाल खड़ा करने वाली मीडिया इस बेशर्म नेता के लिए छाती कूटने से पीछे नहीं हटी...
मोदीजी देश को अपनी माँ कहें फिर भी वो साम्प्रदायिक हैं इनके लिए और ये जनाब देश को डायन कहें फिर भी धर्मनिरपेक्ष...
अगर हमारी मीडिया का गहन अध्ययन किया जाए तो पता चलता है की इन्होने अपनी तरफ से हमारे देश को शायद "इस्लामिक राष्ट्र" घोषित कर दिया है...
जहाँ आपकी खबर किस प्रकार से दिखानी है उसका निर्णय ये देख कर किया जाता है की आपके नाम में खान है या पंडित...

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