Wednesday, January 8, 2014

कि निर्भया मोबाइल पेट्रोलिंग

हैलो मैडम ! मैं ज्योति टॉकिज के पास बस स्टॉप पर खड़ी हूं, काफी देर से मेरे सामने खड़ी एक कार में बैठा हुआ लड़का मुझे गंदे-गंदे इशारे कर रहा है, प्लीज आप जल्दी आइए।

इतना सुना नहीं कि निर्भया मोबाइल पेट्रोलिंग की टीम संबंधित जगह पर पहुंची और लड़के को कार से बाहर निकालकर उसकी धुलाई शुरू कर दी। यह कोई फिल्म की कहानी नहीं है, बल्कि भोपाल में शुरू हुई निर्भया मोबाइल पेट्रोलिंग की सच्चाई है।

16 दिसंबर 12 को दिल्ली में चलती बस में सामूहिक बलात्कार की शिकार निर्भया की बरसी पर भोपाल पुलिस ने निर्भया को श्रद्धांजलि देते हुए, निर्भया के नाम पर महिला प्रताडऩा को रोकने के लिए एक मोबाइल पेट्रोलिंग यूनिट शुरू की है। इसका नाम भी निर्भया पर ही रखा गया। निर्भया पेट्रोलिंग मोबाइल प्रभारी नमिता साहू ने बताया कि शहर में जब से निर्भया पेट्रोलिंग शुरू हुई है लड़कियां अपने साथ हो रहे छेड़छाड़ के मामलों को लेकर खुलकर सामने आ रही है। वह न सिर्फ पुलिस कार्रवाई में सहयोग कर रही है, बल्कि दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास भी कर रही हैं।

लेकिन ये बातें आपको दलाल मीडिया नहीं बताएगा क्यूँकि भाजपा के पास इतने पैसे नहीं हैं कि अमरीकी "फोर्ड फाउन्डेशन" की तरह मीडिया को पैसे ठूसा सके शिवराज सिंह चौहान को केजरीवाल जैसा हीरो बनाने के लिये |

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