क्या दिल्ली में आम आदमी पार्टी से ज्यादा ईमानदार भाजपा में है ----
जी हाँ अगर आकड़ों को देखे तो यही लगता है और केजरी और हर्षवर्धन की तुलना करे तो ऐसा ही नतीजा सामने आता है की '' टीम केजरीवाल से ज्यादा ईमानदार और रास्ट्रवादी है टीम हर्षवर्धन '' जैसे-
१- भाजपा ने ३२ सीटे जीती और आप ने २८ सीटे
२- भाजपा ३० सीटों पे दूसरे नंबर पे रही जबकि आप पार्टी २० सीटों पे
३- भाजपा ने ५ सीटें ३००-७०० वोट के अंतर से हारी जबकि ''आप'' केवल १ सीट
४ - डाक्टर हर्षवर्धन और केजरीवाल में तुलना करके देखो केजरीवाल पे कई मुकदमे और फर्जीवाड़े के आरोप है जबकि हर्षवर्धन जी पे एक भी नहीं है
५- हर्षवर्धन की टीम ने ३८ सीट जीतने का दावा किया था जिसमे ३२ जीते केजरीवाल टीम ने ४८ सीट जीतने का दावा किया था जिसमे २८ जीते
६- आम आदमी पार्टी को कांग्रेस बिना शर्त समर्थन दे रही है लेकिन केजरीवाल सरकार बनाने नहीं जा रहे है क्यूंकि उनको अपनी पार्टी प्यारी है दिल्ली की जनता नहीं केजरीवाल को कोई फर्क नहीं पड़ता भले ही क्यूँ न दूसरा चुनाव हो जाये जनता पे उसका भार बढे बढ़ने दो.
७- डाक्टर हर्षवर्धन ने कहा की हमारा प्रयाश होगा की दिल्ली की जनता पे दूसरे चुनाव का दंड नहीं दिया जाये और कोई न कोई हल निकल जाये.
अब आप ही बताओ क्या मेरे विचार ठीक है आप अपनी राय
जी हाँ अगर आकड़ों को देखे तो यही लगता है और केजरी और हर्षवर्धन की तुलना करे तो ऐसा ही नतीजा सामने आता है की '' टीम केजरीवाल से ज्यादा ईमानदार और रास्ट्रवादी है टीम हर्षवर्धन '' जैसे-
१- भाजपा ने ३२ सीटे जीती और आप ने २८ सीटे
२- भाजपा ३० सीटों पे दूसरे नंबर पे रही जबकि आप पार्टी २० सीटों पे
३- भाजपा ने ५ सीटें ३००-७०० वोट के अंतर से हारी जबकि ''आप'' केवल १ सीट
४ - डाक्टर हर्षवर्धन और केजरीवाल में तुलना करके देखो केजरीवाल पे कई मुकदमे और फर्जीवाड़े के आरोप है जबकि हर्षवर्धन जी पे एक भी नहीं है
५- हर्षवर्धन की टीम ने ३८ सीट जीतने का दावा किया था जिसमे ३२ जीते केजरीवाल टीम ने ४८ सीट जीतने का दावा किया था जिसमे २८ जीते
६- आम आदमी पार्टी को कांग्रेस बिना शर्त समर्थन दे रही है लेकिन केजरीवाल सरकार बनाने नहीं जा रहे है क्यूंकि उनको अपनी पार्टी प्यारी है दिल्ली की जनता नहीं केजरीवाल को कोई फर्क नहीं पड़ता भले ही क्यूँ न दूसरा चुनाव हो जाये जनता पे उसका भार बढे बढ़ने दो.
७- डाक्टर हर्षवर्धन ने कहा की हमारा प्रयाश होगा की दिल्ली की जनता पे दूसरे चुनाव का दंड नहीं दिया जाये और कोई न कोई हल निकल जाये.
अब आप ही बताओ क्या मेरे विचार ठीक है आप अपनी राय
No comments:
Post a Comment