Sunday, December 8, 2013

सारी की सारी मीडिया केजरीवाल का गाना क्योँ गा रही है?

एक बात बताओ कोई ये सारी की सारी मीडिया केजरीवाल का गाना क्योँ गा रही है?


ये बीटेक्स का ढक्कन मुख्यमंत्री बन गया क्या, इसे बहुमत मिला क्या, इसकी आप पार्टी की सरकार आ रही है क्या, क्या किया इसने ये बताओ कोई पहले कोयला घोटाले के टाइम पर मनमोहन को छोड़ शिवराज और रमन सिँह का भयकंर दुष्प्रचार किया था इस फोर्ड के दल्ले ने! क्या हुआ? 

लग गई पिछवाड़े पर लात कसके आज. पहले सर्वेँ मेँ खुद को 47 कहीँ 50 कहीँ 60 तक सीट दिलवा दी, और आज 30 तक ना पहुंच पाया पूरे साल भर मुंह से हग हग के इतना इतना भयंकर दुष्प्रचार किया पूरे बीजेपी का दिल्ली मेँ। क्या हुआ? 

दिख गई औकात आज दिल्ली मेँ चुनाव के मात्र चंद दिनोँ पहले मु. म. पद के उम्मीदवार घोषित हुए डॉ. हर्षवर्धन की बदौलत सबसे बड़ी पार्टी बन गई आज दिल्ली मेँ बीजेपी पर ना कहीँ मोदी का जिक्र ना हर्षवर्धन का ना शिवराज का ना रमन सिँह का और तो और रिकार्ड मतोँ से कांग्रेस को हराने वाली वसुंधरा राजे की तक चर्चा नहीँ की पालतू मीडिया ने सिर्फ खुजलीवाल खुजलीवाल खुजलीवाल, आक्क्क्कथू...

मीडिया द्वारा एक सोचे समझे षड़यंत्र के अनुसार केजरीवाल को हीरो बनाया जा रहा है जिससे भाजपा की चारों राज्यों की जीत का मजा फीका किया जा सके जबकि सत्यता ये है कि ये लोग भाजपा से हारे हैं ...

क्यूँ कि जिस दिल्ली पिछले कई महीने से खुजली गैंग द्वारा किये जा रहे दुष्प्रचार के कारण भाजपा की हार लगभग तय थी उसी दिल्ली में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है !

मिडिया वाले दिल्ली में तीसरा विकल्प तीसरा विकल्प चिल्ला रहे है .... सभी राज्यों में तीसरे विकल्प मौजूद है दिल्ली में भी हो गया कौन सी आफत आ पड़ी है ... लालू पासवान , मायावती , मुलायम , नितीश , ममता , जयललिता , करूणानिधि , सौरेन , शरद पवार , कुलदीप बिश्नोई, ओम प्रकाश चौटाला , अकाली दल , शिवसेना , मनसे , भारतीय किसान पार्टी , कम्युनिस्ट पार्टी , पीस पार्टी , राष्ट्रीय लोकदल ये सब तीसरे विकल्प नहीं है क्या ? और ये सब कभी जीते नहीं क्या ? या इन सब ने राज नहीं किया ?

सिर्फ "आप" के लिए ये प्रेम क्यों ???

आज दिन भर आप लोगों ने चैनल बदल-बदलकर परिणाम देखे ही होंगे... सच-सच एक बात बताईयेगा मित्रों... कितनी बार आप लोगों ने भगवा झंडे लहराते हुए, भाजपा का झण्डा लहराते हुए, पटाखे फोड़ते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं की तस्वीरें या क्लिप्स देखीं, और कितनी बार??? यह भी ध्यान में लाने की कोशिश कीजिए कि इन्हीं चैनलों पर आपने कितनी बार AAP वालों के जश्न, कुमार विश्वास के जयकारे इत्यादि के बारे में देखा??

विभिन्न चैनलों पर मध्यप्रदेश-राजस्थान में "एकतरफा और सुनामीयुक्त" जीत को कमतर करके दिखाने की कोशिश की गई... जहाँ दाँव नहीं चला, वहाँ मोदी-शिवराज के बीच तुलना की गई, चाहे जैसे भी हो मोदी को "अंडर-एस्टीमेट" करके दिखाने के कुत्सित प्रयास भी हुए...

भले खुद शिवराज अपने मुँह से दो सौ बार कह दें कि उनकी रूचि सिर्फ मध्यप्रदेश में है, नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वे मध्यप्रदेश से पच्चीस सीटें दिलवाएंगे... 

लेकिन सुबह की पहली भगवा किरण से अभी तक "जले-भुने" बैठे सेक्यूलर और लाल मुँह के जेएनयू छाप बुद्धिजीवी लगे हुए हैं, शिवराज और मोदी की तुलना करने में... बेचारों के पास कुछ और है भी तो नहीं... बक-बक करें तो क्या करें?

सच में इन वामपन्थी/सेकुलर बुद्धिजीवियों पर कभी-कभी तरस आता है... "भगवा शक्ति" के उभार और सोशल मीडिया की ताकत को नकारना तो खैर इनका शगल है ही, लेकिन दीवार पर लिखी साफ़ इबारत तक नहीं पढ़ सकते ये मूर्ख...

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मई २०१४ में हमारा मुकाबला और कड़ा होगा, मित्रों कमर कस लीजिए...


#PaidMedia अपनी पूरी ताकत झोंक देगा...


One more fact...

AAP की जीत कम्मुनिस्ट विचार धारा की जीत है

Delhites are going the Communist way. Please Remember Socialist-Communist Uttar Pradesh, West Bengal, 1962, 1947.. The Beginning of either Anti-God or Islamic Delhi state.

सोचो यदि कल प्रकाश करात, सीता राम युचुरी और वृंदा करात दिल्ली से लोक सभा का चुनाव लड़े और वो भी आम आदमी कि सहयोग से और जीत भी जाये तो क्या होगा भारत कि अर्थव्यवस्था का ? खैर दिल्ली वाले इतनी दूर कि सोचते कहाँ है क्यूंकि दिल्ली तो गूंगी और बहेरी पहले सी थी पर शायद नजरे भी कमजोर हो गयी. वैसे आप पार्टी के जितने से जितने आप वाले खुश है उतने ही कुछ मीडिया वाले और पाकिस्तानी भाई भी खुश है.


बीजेपी को और AAP को समर्थन करने वाले युवाओं में बहुत बड़ा अंतर है .....

जैसे कि .AAP को समर्थन करने वाला युवा कश्मीर पाकिस्तान को आराम से देना चाहता है और अपने घर में सस्ता पानी और एक रूपये सस्ती बिजली चाहता है ....

और वहीं बीजेपी को समर्थन करने वाला युवा पाकिस्तान के मुंह में मूत देना चाहता है ........भले ही बिजली पानी और मंहगी हो जाए



अपनी अकल लगाओ, दिखावे पर न जाओ

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मेरे पुराने ब्लॉग , ये भी पढ़े-----

"आप" इस देशद्रोही और हिन्दूविरोधी पार्टी के साथ है

कांग्रेस ने अभी तक केजरीवाल के पीछे क्यूँ नहीं लगाया किसी भी एजेंसी को


प्रशांत भूसन और शांति भूसन के इतने सारे देशद्रोह


अरविँद केजरीवाल की पार्टी के आंतरिक लोकपाल के सदस्य कौन-2 हैँ??

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