Saturday, June 15, 2013

बाबुभाई बोखिरिया

कोई भी फैसला सुनाने से पहेले अदालते फैसले का दिन तय करती है.... सुनवाई पूरी हो चुकी है और फलाना तारीख को फैसला सुनाया जायेगा...आज बाबुभाई बोखिरिया के केस मे फैसले का दिन नही था... फिर भी आज शनिवार के दीन अंतिम फैसला क्युं सुना दिया गया??? क्या एसी मनसा नही लगती की आज शनिवार है तो बाबुभाई को जमानत ना मिले और वो सोमवार तक जैल मे रहे????
फिरभी एपेक्स कोर्ट ने सिर्फ १५ मिनीट मे जमानत दे दिया... अगर बा...बुभाई के खिलाफ खनिज चोरी के सबूत होते तो एपेक्स कोर्ट १५ मिनीट मे बाबुभाई को जमानत नही देती....

अब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्रसिंग का मामला लेते है...उन्हे दो दो अदालतो ने भ्रष्टाचार के केस मे दोषी ठहरा चुकी है फिर भी ना सिर्फ कोंग्रेस ने उन्हे टिकट दिया बल्क़ी हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री भी बना दिय़ा....सभी जानते है की पोरबंदर मे बाबुभाई और अर्जुन मोढवाडिया की दुश्मनी कीसी से छीपी नही है और बाबुभाई के उपर ये केस २००४ से चल रहा है सुप्रीम कोर्ट ने भी ये कहा है की चुंकी ये क्रीमीनल केस नही है इसिलिये अगर माईनिंग मे तय शुदा माईनिंग से ज्यादा माईनिंग हुई भी है तो लोअर कोर्ट बाबुभाई के उपर जुर्माना लगा सकती है पर अरेस्ट नही कर सकती है....
मजे की बात ये है की ये केस दो कंपनीओ के बीच मे है... सौराष्ट्र माईन्स लिमिटेड और सौराष्ट्र केमिकल लिमिटेड... बाबुभाई सौराष्ट्र माईन्स लिमिटेड के शेअर होल्डर थे और सौराष्ट्र केमिकल लिमिटेड ने ये आरोप लगाया था की सौराष्ट्र माईन्स लिमिटेड ने उसकी जमीन मे से लाईम निकाला है... इस केस मे चार गवाह थे और चारो के चारो फिर चुके है.... मजे की बात ये भी है की आज ये दोनो ही कंपनीया बंद हो चुकी है... यानी की आरोप लगाने वाली कंपनी खुद बंद हो चुकी है तो फिर इस केस मे बाकी क्या रह जाता है?????? मतलब इस केस मे कोई दम है ही नही ये सिर्फ और सिर्फ बाबुभाई बोखिरिया को फसाने की चाल है ताकी राष्ट्रीय स्तर पे नरेन्द्र मोदी जी को नीचा दिखाया जा सके....

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